हलवा समारोह के साथ शुरू हुई बजट तैयार करने की प्रक्रिया, वित्त मंत्री ने बांटा हलवा

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नई दिल्ली। Budget Halwa Ceremony 2023: केंद्रीय बजट 2023-24 से संबंधित दस्तावेजों की छपाई की शुरुआत के प्रतीक के रुप में वित्त मंत्रालय में गुरुवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर ‘हलवा समारोह’ का आयोजन हुआ। इस मौके पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ भागवत किशनराव कराड और वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में गुरुवार को नार्थ ब्लाक स्थित वित्त मंत्रालय के बजट प्रेस में हलवा समारोह का आयोजन हुआ। बजट से पहले हलवा समारोह मनाने की परंपरा रही है। बजट तैयार करने की प्रक्रिया के अंतिम चरण को चिह्नित करने के लिए ये समारोह मनाया जाता है। आपको बता दें कि पिछले दो केंद्रीय बजटों की तरह, इस बार का बजट भी पेपरलेस होगा।

हलवा समारोह में केंद्रीय वित्त मंत्री के साथ वित्त और व्यय सचिव डॉ. टी.वी. सोमनाथन, आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ, राजस्व सचिव, मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. अनंत वी. नागेश्वरन, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष नितिन गुप्ता, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के अध्यक्ष विवेक जौहरी; अतिरिक्त सचिव (बजट) आशीष वछानी के अलावा बजट तैयार करने की प्रक्रिया में शामिल वित्त मंत्रालय के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे।

डिजिटल होगा बजट: वित्त मंत्रालय के मुताबिक पिछले दो साल की तरह इस वर्ष भी बजट पूरी तरह डिजिटल रूप में बिना कागजी दस्तावेज के पेश किया जाएगा। मंत्रालय के मुताबिक, वित्त मंत्री का भाषण पूरा होते ही यूनियन बजट मोबाइल एप पर अपलोड कर दिया जाएगा। इस एप का नाम यूनियन बजट मोबाइल एप है और इसे एंड्रायड और एप्पल ओएस दोनों ही प्लेटफार्म पर डाउनलोड किया जा सकता है।

क्यों मनाई जाती है हलवा सेरेमनी: परंपरा के मुताबिक हलवा समारोह के बाद बजट छपाई से जुड़े कर्मचारी नार्थ ब्लाक के बजट प्रेस वाले इलाके में ही बजट पेश होने तक रहते है। संसद में बजट भाषण पूरा होने के बाद ही ये कर्मचारी अपने घर जाते हैं। दो साल पहले तक बजट छपाई का काम भी नार्थ ब्लाक में ही होता था। अब बजट पूरी तरह से डिजिटल हो गया है, इसलिए अब बजट को डिजिटल फार्म में तैयार करना होता है। इसकी गोपनीयता बनाए रखने के लिए कुछ कर्मचारी अब भी हलवा समारोह के बाद नार्थ ब्लाक में ही रहेंगे।

केंद्रीय वित्त मंत्री के साथ हलवा समारोह में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री, वित्त मंत्रालय के सचिव अलावा वरिष्ठ अधिकारी और केंद्रीय बजट प्रेस के सदस्य शामिल होते हैं। इससे पहले, इस समारोह से बजट की छपाई की कवायद शुरू हो जाती थी। हालांकि, बजट 2021-22 को पहली बार पेपरलेस फॉर्म में पेश किया गया। 26 नवंबर, 1947 को स्वतंत्र भारत के पहले बजट के बाद यह पहली बार था कि दस्तावेजों को प्रिंट नहीं किया गया था। आपको बता दें कि केंद्रीय बजट 1 फरवरी, 2023 को पेश किया जाना है।