सेंसेक्स 277 अंकों की मजबूती के साथ 35935 पर बंद

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नई दिल्ली। ग्लोबल मार्केट में मजबूती, यूएस में बेहतर जॉब डाटा और रुपए में अच्छी रिकवरी से घरेलू शेयर बाजार में अच्छी तेजी दिखी। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 277 अंकों की मजबूती के साथ 35935 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी भी 80 अंकों की तेजी के साथ 10853 के स्तर पर बंद हुआ।

कारोबार में निफ्टी पर सभी 11 इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए हैं। बैंक, ऑटो और मेटल शेयरों में सबसे ज्यादा खरीददारी दिखी।। सोमवार के कारोबार में एशियाई बाजारों में भी बढ़त रही है। वहीं, पिछले ट्रेडिंग सेशन में अमेरिकी बाजार भी हरे निशान में बंद हुए थे।

किन शेयरों में तेजी, किनमें गिरावट
कारोबार के दौरान हिंडाल्कों, टाटा स्टील, वेदांता, टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो जैसे हैवीवेट शेयरों में 2.38 फीसदी तक तेजी रही है। वहीं, टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो, टाइटन और बीपीसीएल में 1.19 फीसदी तक गिरावट है। अन्य शेयरों में डीबीएल, आरटीएन पावर, ग्रेनुअल्स, जेपी एसोसिएट्स और स्टरलाइट टेक्नोलॉजी में 5 फीसदी तक तेजी रही है। वहीं, वकरांगी, क्वालिटी, बेयर क्रॉप और इनॉक्स वाइंस लिमिटेड में 5 फीसदी तक गिरावट रही है।

मिडकैप में भी खरीददारी
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी खरीदारी रही है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.82 फीसदी तक चढ़ा है, जबकि निफ्टी के मिडकैप 100 इंडेक्स में 0.95 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है। बीएसई के स्मॉलकैप इंडेक्स 0.7 फीसदी तक तेजी आई है।

मेटल, फार्मा-ऑटो में अच्छी तेजी
कारोबार के दौरान सभी 11 इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए हैं। सबसे ज्यादा 1.76 फीसदी तेजी पीएसयू बैंक इंडेक्स में रही है। 1.46 फीसदी तेजी मेटल इंडेक्स में रही है। फार्मा इंडेक्स में 1.17 फीसदी, ऑटो में 1 फीसदी की तेजी रही है। प्राइवेट बैंक इंडेक्स में 0.53 फीसदी और निफ्टी बैंक में 0.50 फीसदी तेजी रही है। रियल्टी इंडेक्स में 0.86 फीसदी, आईटी में 0.33 फीसदी और ऑटो में 0.38 फीसदी तेजी रही है।

रुपया 30 पैसे मजूबत होकर खुला
सोमवार को रुपए की मजबूत शुरू आत हुई है। कारोबार के दौरान रुपया 30 पैसे मजबूत होकर 68.57 प्रति डॉलर के भाव पर खुला। शुक्रवार के कारोबार में रुपया 8 पैसे की मजबूती के साथ 68.87 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ। एक्सपोर्टर्स और बैंकों द्वारा डॉलर में बिकवाली के चलते रुपए में रिकवरी देखी जा रही है। फॉरेक्स डीलर्स का कहना है कि यूएस में जॉब डाटा उम्मीद से कमजोर रहा है। जिसकी वजह से दूसरी करंसीज के मुकाबले डॉलर में कुछ कमजोरी आई है।