सरसों का रकबा गत वर्ष से 54 हजार हेक्टेयर ज्यादा, अभी तक 84.25 लाख हेक्टेयर में बुआई

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नई दिल्ली । इस साल सरसों का रकबा गत वर्ष से आगे चल रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 1 दिसंबर 2023 तक इसका उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 84.25 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 83.71 लाख हेक्टेयर से 54 हजार हेक्टेयर ज्यादा है।

हालांकि राजस्थान एवं मध्य प्रदेश जैसे अग्रणी उत्पादक राज्यों में सरसों की बिजाई गत वर्ष से काफी पीछे है लेकिन उत्तर के किसान इसकी खेती में जबरदस्त दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में चालू रबी सीजन के दौरान सरसों का उत्पादन क्षेत्र राजस्थान में 37.96 लाख हेक्टेयर से घटकर 35.76 लाख हेक्टेयर, मध्य प्रदेश में 13.46 लाख हेक्टेयर से गिरकर 13.00 लाख हेक्टेयर,

पश्चिम बंगाल में 4.54 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 4.41 लाख हेक्टेयर तथा गुजरात में 2.80 लाख हेक्टेयर से घटकर 2.21 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया। इसी तरह आसाम में भी सरसों का रकबा 1.95 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 1.81 लाख हेक्टेयर रह गया।

दूसरी ओर समीक्षाधीन अवधि के दौरान सरसों का बिजाई क्षेत्र उत्तर प्रदेश में 12.43 लाख हेक्टेयर से उछलकर 16.88 लाख हेक्टेयर, हरियाणा में 7.10 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 7.17 लाख हेक्टेयर तथा छत्तीसगढ़ में 74 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 78 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गया।

लेकिन देश के अन्य प्रांतों में इसका क्षेत्रफल 2.73 लाख हेक्टेयर से घटकर 2.23 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया। सरसों का रकबा 2022-23 सीजन एक दौरान नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था और इसका उत्पादन भी बेहतर हुआ था।