शिक्षा और स्वास्थ्य से बनाएंगे श्रमिकों-किसानों का जीवन बेहतरः बिरला

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लोक सभा अध्यक्ष ने किया डाबी को हरा-भरा बनाने का आह्वान

कोटा। Om Birla News: लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि डाबी का हाड़ौती की आर्थिक समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान है। यहां के पत्थर की चमक दूर देशों तक फैली है। इसका पूरा श्रेय यहां के मेहनतकश श्रमिकों का है। यहां की पथरीली जमीन को हरा-भरा बनाने के लिए किसानों ने भी अहम भूमिक निभाई है। हम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित कर यहां के श्रमिकों और किसानों के जीवन को बेहतर बनाएंगे। वे रविवार को बूंदी सैंड स्टोन माइंस ऑनर्स विकास समिति की ओर से आयोजित पौधारोपण अभियान के शुभारंभ के बाद प्रबुद्धजन से संवाद कर रहे थे।

स्पीकर बिरला ने कहा कि माइंस ऑनर्स ने अपने पुरूषार्थ से पथरीली जमीन पर लाखों पौधे लगाए और पेड़ बनने तक उनका संरक्षण किया। अब माइंस ऑनर्स यहां खानों में भरने वाले पानी के सदुपयोग की कार्ययोजना तैयार करें। प्रयास करें कि खान में भरने वाले पानी का पेयजल और सिंचाई के लिए उपयोग किया जा सके। इसमें यदि उच्च स्तर पर उन्हें सहायता की आवश्यकता है तो वह उन्हें उपलब्ध करवाई जाएगी।

बिरला ने कहा कि क्षेत्र में कार्य करने वाले श्रमिकों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लक्ष्य से क्षेत्र के अनेक राजकीय स्कूलों में कक्षा कक्षों का निर्माण करवाया गया है। जो स्कूल शेष रहे गए हैं, उनमें भी आने वाले समय में कक्षा कक्ष बना दिए जाएंगे। हम चाहते हैं कि श्रमिकों के बच्चे भी शिक्षा प्राप्त कर अपने लिए मुकाम स्थापित करें।

स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की ग्रामीणों की मांग पर बिरला ने कहा कि माइंस ऑनर्स क्षेत्र के सभी लोगों के स्वास्थ्य जांच के लिए कैंप आयोजित करने की रूपरेखा तैयार करें। डॉक्टर, जांच उपकरण, दवाएं वह भिजवाएंगे। अगले तीन माह में क्षेत्र के सभी लोगों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी। जिस किसी व्यक्ति में गंभीर बीमारी पाई गई उसका उचित उपचार केंद्र पर इलाज करवाया जाएगा। क्षेत्र में सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध करवा दी जाएगी। एक्सरे मशीन और एम्बुलैंस को ठीक करवाने का प्रयास करेंगे, यदि उसमें सफल नहीं होते तो वह भी नई उपलब्ध करवा दी जाएगी। लेकिन अभाव में किसी को भी उपचार से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा।

विद्युत आपूर्ति की स्थित सुधारें अधिकारी: स्पीकर बिरला को कई किसानों ने दिन में 2 से 3 घंटे ही विद्युत आपूर्ति किए जाने की शिकायत की। किसानों ने कहा कि बिजली नहीं मिल रही और बरसात भी नहीं आ रही, इससे उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं। बिरला ने कहा कि विद्युत अधिकारियों को कहा है कि जितनी जल्दी हो सके किसानों को बिजली की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करें। पानी के अभाव में किसानों की फसलों को बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने विधायक अशोक डोगरा से कहा कि यदि विद्युत आपूर्ति में सुधार नहीं हो तो किसानों को साथ लेकर जनआंदोलन करें।

केडीए के विरोध में आए ग्रामीण: कार्यक्रम के दौरान और उससे पहले ग्रामीणों, किसानों और श्रमिकों ने केडीए में बरड़ क्षेत्र के गांवों को शामिल किए जाने का खुलकर विरोध किया। कोटा से डाबी जाते समय खड़ीपुर गांव के लोगों ने भी स्पीकर बिरला के समक्ष उनके गांव को केडीए में शामिल किए जाने का विरोध किया। ग्रामीणों ने कहा कि केडीए के बहाने भूमाफियाओं की नजरें गांव की जमीन पर है। डाबी में किसानों और श्रमिकों ने कहा कि क्षेत्र के केडीए में शामिल होने का असर उनके दैनिक जीवन और आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा जिसके गंभीर परिणाम होंगे। विधायक अशोक डोगरा ने भी केडीए निर्माण के निर्णय को जनविरोधी बताया। उन्होंने कहा कि विधान सभा में हंगामें के बीच 30 सैकंड में केडीए बिल पास करवा लिया गया। हमें राज्यपाल को इसकी शिकायत कर विधेयक को सहमति नहीं देने का आग्रह किया है। स्पीकर बिरला ने कहा कि सहमति प्राप्त करने के बाद ही गांवों को केडीए में शामिल किया जाए। लोकतंत्र में चर्चा-संवाद के बाद सहमति से निर्णय किए जाते हैं। केडीए के मामले में भी यही प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए।

सामूदायिक भवन के लिए पैसे की कमी नहीं: कार्यक्रम के दौरान लोगों ने एक स्वर में स्पीकर बिरला से डाबी क्षेत्र में सामूदायिक भवन और खेल मैदान के निर्माण की मांग की। स्पीकर बिरला ने कहा कि वह भूमि उपलब्ध करवा दें क्षेत्र में ऐसा खेल मैदान बनाएंगे जैसा कोटा और बूंदी में भी नहीं होगा। खेल सुविधाओं के विस्तार के लिए पैसे की कमी नहीं आने दी जाएगी। पहले भी ऐसी मांग की गई थी तब भी उन्होंने कहा था कि बाधा भूमि की उपलब्धता की है।