राजस्थान में शिक्षक बनने के लिए अब अलग-अलग टेस्ट देने से मिलेगा छुटकारा: दिलावर

25

प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में होगी एक जैसी यूनिफॉर्म

जोधपुर। राजस्थान में शिक्षक बनने के लिए अब अलग-अलग एग्जाम देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। शिक्षा विभाग एक एंट्रेंस टेस्ट पॉलिसी तैयार कर रहा है। इसके तहत अलग-अलग ग्रेड और सब्जेक्ट में टीचर्स की भर्ती की जाएगी। यह बात जोधपुर में स्कूल शिक्षा परिवार के कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कही है।

दिलावर ने कहा कि सरकार गवर्नमेंट और प्राइवेट स्कूलों की यूनिफॉर्म एक जैसी करने की भी तैयारी कर रही है। इसे जल्द ही लागू कर दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि राजस्थान सरकार अब शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है।

इस बारे में मंत्री दिलावर ने रविवार को जोधपुर में एक स्कूल शिक्षा परिवार के जरिए आयोजित सम्मेलन में इस बारें में बात की। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों की यूनिफॉर्म, जूता, टाई आदि के नाम पर अभिभावकों को एक ही दुकान से खरीदने के लिए विवश किया जाता है, जिससे मनमाने दाम वसूले जाते हैं। सरकार अब विचार कर रही है कि सभी स्कूलों के यूनिफॉर्म में एकरूपता लाई जाए, जिससे अमीर गरीब का भेद मिटे और अभिभावक किसी भी दुकान से गणवेश खरीद सकें।

मंत्री दिलावर ने आगे कहा कि बीएड कोर्स को लेकर भी सरकार परिवर्तन का मन बना रही है। उन्होंने बताया कि अभी बड़ी तादाद में छात्र बीएड करते हैं, लेकिन खर्चा करने के बाद भी बेरोजगार रहते हैं। उनकी सरकार चाहती है कि सभी श्रेणी के रिक्त पदों की गणना कर एक परीक्षा आयोजित की जाए और मेरिट के आधार पर श्रेणीवार चयन किया जाए, जिसके बाद बीएड करवाया जाए और बीएड पास करने के बाद तत्काल नियुक्ति पत्र दिया जाए।

मंत्री दिलावर ने कहा कि, अधिकारियों के साथ इसे लेकर विचार करने को कहा गया है। वे रविवार को आयोजित हुए जोधपुर में चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में स्थित सिंधु महल में शिक्षा परिवार के कार्यक्रम में इन सभी विषयों पर अपनी बात कही। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित निजी स्कूल संचालकों को मान्यता के प्रकरण को लेकर भी बताया कि मान्यता के लिए तीन श्रेणियां बनाकर आवेदन लिए जाएं।