मोदी सरकार का दांव उल्टा पड़ा, मिनटों में डूब गए 1000 करोड़

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नई दिल्ली । भले ही मोदी सरकार अपनी योजनाओं के लिए खुद ही अपनी पीठ ठोक रही हो, लेकिन उसका एक दांव दो बैंकों पर भारी पड़ा है। गुरुवार को कुछ मिनटों के भीतर ही इन बैंकों के लगभग 1 हजार करोड़ रुपए डूब गए। हम देना बैंक (Dena Bank) और विजया बैंक (Vijaya Bank) की बात कर रहे हैं। बुधवार को ही कैबिनेट ने इन दोनों बैंकों के बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda ) में मर्जर को हरी झंडी दी थी।

बनेगा देश का तीसरा बड़ा बैंक
गौरतलब है कि देना और विजया बैंक के बैंक ऑफ बड़ौदा में मर्जर से एसबीआई और आईसीआईसीआई के बाद देश का तीसरा बड़ा बैंक सामने आएगा। नए बैंक का कुल बिजनेस 14.82 लाख करोड़ रुपए होगा।

BOB ने दोनों बैंकों के शेयरहोल्डर्स के लिए शेयर स्वैप रेश्यो भी तय कर दिया है। इस मर्जर के ऐलान का असर तीनों बैंकों के शेयरों पर दिखा। देना बैंक और विजया बैंक के शेयरों में जहां भारी गिरावट दर्ज की गई, वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा का शेयर में मजबूती दिख रही है।

देना और विजया बैंक की कितनी घटी मार्केट वैल्यू
इस खबर के चलते गुरुवार को देना बैंक का शेयर लगभग 19 फीसदी कमजोर होकर 14.50 रुपए पर खुला। शाम तक शेयर में यह गिरावट बनी रही। इसके चलते देना बैंक की मार्केट वैल्यू 600 करोड़ रुपए घटकर 3300 करोड़ रुपए रह गई।

वहीं विजया बैंक का शेयर 6 फीसदी कमजोर होकर 47.70 रुपए पर खुला। बाद में गिरावट बढ़कर 7 फीसदी हो गई। इसके चलते विजया बैंक की मार्केट वैल्यू 400 करोड़ रुपए घटकर 6200 करोड़ रुपए रह गई। इससे दोनों बैंकों की मार्केट वैल्यू में 1,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमी देखने को मिली।हालांकि मर्जर की खबर का बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर को फायदा मिला और शेयर 3 फीसदी मजबूत होकर खुला।

शेयर स्वैप रेश्यो को मिली मंजूरी
इससे पहले तीनों बैंकों के बोर्डों ने प्रस्तावित एकीकरण के लिए शेयर स्वैप रेश्यो को मंजूरी दे दी। बैंक ऑफ बड़ौदा ने इस रेश्यो का ऐलान किया, जिसके तहत विजया बैंक के शेयरहोल्डर्स को बैंक के प्रति 1000 शेयरों पर BOB के 402 इक्विटी शेयर मिलेंगे।वहीं देना बैंक के शेयरहोल्डर्स को बैंक के प्रति 1000 शेयरों के बदले में BOB के 110 शेयर मिलेंगे।