महंगी बिजली व कटौती का विकल्प सोलर ऊर्जा: व्यापार महासंघ

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कोटा। कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि वर्तमान में बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि को लेकर व्यापार उद्योग जगत में गहरी चिन्ता व्याप्त है। बिजली की दरों में वृद्धि को देखते हुए अब सभी वर्गो को झुकाव सोलर उर्जा के प्रति हो रहा है और यह राष्ट्रीय हित में भी है। इससे आये दिन होने वाली बिजली की दरो में बढ़ोतरी से भी बचा जा सकता हैै।

वे गुरुवार को सोलर ऊर्जा जागरूकता एवं पर्यावरण सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब उपभोक्ताओं का रूझान सोलर के प्लान्ट स्थापित करने की ओर बढ़ रहा है। चीन एवं अमेरिका जैसे देशो में भारत के मुकाबले आधी दरों पर बिजली उपलब्ध करायी जाती है, जिसके पीछे वहां की सरकारों द्वारा सोलर से बिजली का उत्पादन करना है। यहां की सरकार को भी इस दिशा में ठोस कदम उठाना चाहिए सोलर उर्जा से उत्पादित बिजली से पर्यावरण भी दूषित नहीं होता है।

दी एसएसआई एसोसियेशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविन्दराम मित्तल ने कहा कि हमारे देश में बिजली महंगी होने के कारण यहां के औद्योगिक उत्पादन की लागत भी ज्यादा आती है. इसलिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में हम बहुत पीछे रह जाते हैं। सोलर उत्पादन से अधिक बिजली पैदा होगी तो बिजली की दरो में कमी के साथ-साथ कटौती से भी छुटकारा मिलेगा।

कॅरियर पॉइंट के निदेशक ओम माहेश्वरी ने कहा कि हमने हमारे सभी संस्थानों पर सोलर सिस्टम लगा रखे हैं। इससे हम देश हित में तो बिजली पैदा कर ही रहे हैं, साथ ही पर्यावरण की रक्षा भी कर रहे हैं। अतः सभी वर्ग इस दिशा में सकारात्मक सोच रख कर अपने अपने संस्थानो मे सोलर प्लान्ट लगाकर पर्यावरण दूषित होने से बचायें।

कोटा ग्रेन एण्ड सीड्स मर्चेन्ट्स एसोसियेशन के अध्यक्ष अविनाश राठी ने कहा कि सोलर उर्जा उत्पादित कम्पनियों को उच्च्तम क्वालिटी की नई तकनीक युक्त सोलर उर्जा सयंत्र उचित मूल्यो पर उपलब्ध कराना चाहिए। टाटा पावर सोलर कम्पनी के गौरव गुप्ता ने सोलर ऊर्जा के फायदे एवं तकनीक के बारे में जानकारी दी।

ज्ञातव्य है कि व्यापार एवं उद्योग जगत ने पिछले दिनो राज्य सरकार द्वारा आर्थिक मंदी के समय बिजली की दरों में 11 प्रतिशत वृद्धि किये जाने को अत्यधिक भार डालने वाला माना है। इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए रखते हुए सेमिनार का आयोजन किया था। सेमिनार में गोयल प्रोटीन्स के निदेशक प्रकाश गोयल, कोटा दाल मिल के निदेशक वासुदेव अग्रवाल सहित कई व्यापारियों और उद्यमियों ने भाग लिया।