भजन लाल सरकार के नए मंत्रिमंडल को लेकर सियासत तेज, घोषणा पर टिकी है निगाहें

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जयपुर। राजस्थान में भजन लाल सरकार के नए मंत्रिमंडल को लेकर सियासत में जमकर चर्चा हो रही है। आखिर क्या वजह रही है कि अब तक भाजपा अपना नया मंत्रिमंडल घोषित नहीं कर पा रही। जबकि मुख्यमंत्री भजनलाल दो बार दिल्ली जाकर पीएम मोदी और अमित शाह से मुलाकात कर चुके हैं।

हाल ही में दूसरी मुलाकात के बाद यही माना जा रहा था कि दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल अपने नए मंत्रिमंडल की घोषणा किसी भी वक्त कर सकते हैं। सियासत में इस बात की चर्चा थी कि दूसरी मुलाकात में मुख्यमंत्री भजनलाल अपने मंत्रिमंडल की सूची लेने गए थे। लेकिन उनके जयपुर लौटने के 2 दिन बाद भी अभी तक कोई संकेत नहीं मिले हैं।

कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं ना कहीं मंत्रिमंडल को लेकर कोई पेच फंसा हुआ है। मंत्रिमंडल को लेकर बीजेपी की इस चुप्पी के पीछे कहीं कोई तूफान की आहट तो नहीं है?मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपने दो डिप्टी सीएम दिया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा के साथ दो बार दिल्ली का दौरा कर चुके हैं। पहली मुलाकात में जेपी नड्डा की आवास पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ उनकी चर्चा हुई। इसके बाद फिर 16वीं विधानसभा के प्रथम सत्र के दिन मुख्यमंत्री भजनलाल एक बार फिर दिल्ली पहुंचे।

जहां अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ उनकी चर्चा हुई माना जा रहा था कि अब बीजेपी मुख्यमंत्री के जयपुर लौटने के बाद किसी भी वक्त घोषणा कर सकते है। लेकिन मुख्यमंत्री के दो जयपुर लौटने की 2 दिन हो चुके हैं लेकिन अभी भी कोई सुगबुगाहट नहीं है। ऐसे सियासी गलियारों में यह सवाल घूम रहा है कि आखिर यह मामला कहां तक पहुंच गया है?

बीजेपी मंत्रिमंडल के गठन के लिए आगामी लोकसभा चुनाव को भी ध्यान रखकर प्रयास करेगी। बीजेपी नहीं चाहतीं है कि मंत्रिमंडल के गठन के बाद लोकसभा चुनाव में इसका असर देखने को मिले। इसलिए बीजेपी असंतुष्ट नेताओं को भी बैलेंस करने का प्रयास कर रही है।

इधर, वसुंधरा राजे के समर्थक विधायकों को मंत्री बनाने को लेकर संशय बना हुआ है। सियासत में चर्चा है कि इस बार बीजेपी ने जिस तरह से भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाकर नए चेहरे को मौका दिया। वैसे ही मंत्रिमंडल में भी मौका दे सकती है। हालांकि इनमें कुछ अनुभवी विधायक भी हो सकते हैं। ऐसे में सियासत की नजरें अब वसुंधरा राजे के खेमे के विधायकों पर टिकी हुई है। आखिर वसुंधरा राजे के ग्रुप से बीजेपी कितने विधायकों को मंत्री बनते है। यह अब देखने वाली बात होगी।

कहां फंसा हुआ है पेच
मुख्यमंत्री के दो बार दिल्ली दौरे के बाद भी मंत्रिमंडल का गठन नहीं होना सियासत में चर्चा का विषय है। अटकले है कि पीएम मोदी और केंद्र गृहमंत्री अमित शाह की तरफ से मंत्रिमंडल की सूची लगभग फाइनल है। लेकिन सवाल उठता है, आखिर पेच कहां फंसा हुआ है? इसके कारण बीजेपी नामों की घोषणा करने से बच रही है। मंत्रिमंडल को लेकर भाजपा की चुप्पी के पीछे क्या कोई सियासी तूफान आने की आहट तो नहीं है? उधर, माना जा रहा है कि इस बार में मंत्रिमंडल में नए चेहरों को मौका मिल सकता है। इनकी संख्या मंत्रिमंडल में अधिक हो सकती है।