बारां में लहसुन बम का धमाका, नीलामी में रिकार्ड 55 हजार रुपए क्विंटल बिका

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बारां। कृषि उपज मंडी बारां में एक बार फिर लहसुन बम का धमाका हुआ है। गुरुवार यानी 16 नवंबर 2023 को मुहूर्त के सौदों में सबसे पहली नीलामी में लहसुन बम रिकार्ड 55 हजार रुपए प्रति क्विंटल के भाव से बिका। यहअब तक का सर्वकालिक उच्च स्तर का भाव है।

लहसुन व्यापार संघ के अध्यक्ष जगदीश बंसल ने बताया कि दीपवाली के बाद मुहूर्त में तीन कट्टे लहसुन की हाई रिकार्ड 55 हजार प्रति क्विंटल के भाव से नीलामी हुई। इसके बाद करीब 11 कट्टे 31 हजार रुपए प्रति क्विंटल के भाव से बिके।

वहीं औसत भाव 13500 रुपए से उच्चतम 22100 रुपए प्रति क्विंटल तक रहे। कारोबारियों का कहना है कि मुहूर्त में जानबूझकर ऊंची बोली लगाई जाती है, ताकि बारह महीने कारोबार में खुशहाली में खुशहाली बनी रहे।

उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारत का लहसुन ट्रेड लगातार बढ़ रहा है, जिसकी वजह से चीन पर दबाव बढ़ता जा रहा है। भारत का लहसुन एक्सपोर्ट लगातार बढ़ने से चीन के सामने परेशानी कड़ी हो गई है।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लहसुन उत्पादन से लेकर उसके निर्यात में चीन का एकाधिकार है। लहसुन के कुल उत्पादन में चीन की भूमिका 80 फीसदी है। वहीं कुछ साल पहले तक चीन दुनिया के कुल एक्सपोर्ट का 80% लहसुन निर्यात करता था, हालांकि बीते कुछ सालों में इसमें 20 से 25 फीसदी की कमी आई है।

भारत के लहसुन एक्सपोर्ट में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। स्पाइस बोर्ड ऑफ इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में लहसुन के एक्सपोर्ट में 159% का उछाल आया और यह 57,346 टन पर पहुंच गया है ।

पिछली बार चीन में लहसुन की पैदावार में 20 से 25 फीसदी की कमी आई, जिससे उत्पादन में 25% तक की गिरावट दर्ज की गई है, जिसका असर निर्यात पर भी पड़ा। वहीं उत्पादन कम होने के चलते चीन के लहसुन की कीमत में बढ़ोतरी हुई। जिसके कारण पश्चिमी एशियाई और अफ्रीकी देशों में चीन के बजाए लहसुन के लिए भारत से संपर्क करना शुरू किया।

अच्छी क्वालिटी और कम रेट की वजह से भारत के लहसुन बाकी देशों के बीच पॉपुलर हो रहा है, जो चीन के लिए चिंता का कारण बना हुआ है । मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल और वियतनाम में भारत के लहसुन की डिमांड बढ़ी है। इस कारण भारतीय बाजार में लहसुन के दाम लगातार बढ़ रहे हैं।

आपको बता दें कि भारत में करीब 32.7 लाख टन लहसुन का उत्पादन होता है, जबकि चीन में 2 से 2.5 करोड़ टन लहसुन का उत्पादन होता है। चीनी लहसुन का ग्लोबल मार्केट में रेट 1250 डॉलर प्रति टन है, जबकि भारत का लहसुन 450 से 1000 डॉलर प्रति टन तक मिलता है। ऐसे में भारत के लहसुन निर्यात बढ़ने से चीन का टेंशन बढ़ रहा है।