प्राचीन रथ में सवार हुए भगवान मथुराधीश, गूंजे ठाकुर जी के जयकारे

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कोटा। शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मंदिर पाटनपोल पर बुधवार को रथयात्रा महोत्सव मनाया गया। इस दौरान पुष्टिमार्ग संप्रदाय की परंपरा के अनुसार मंदिर में रथयात्रा का मनोरथ हुआ। श्री बड़े मथुरेश मंदिर पर प्रात: मंगला के दर्शन हुए।

इसके बाद पूर्वाह्न 11 बजे रथयात्रा उत्सव के तहत ठाकुर जी ने रथ में सवार होकर भक्तों को दर्शन दिए। उसके बाद ठाकुर जी चारों दिशाओं में विहार करते हुए तिबारी के चौक तक आए और ढोल तिबारी में विराजे। भक्तों को दर्शन देने के बाद फिर से ठाकुर जी सिंहासन पर विराजमान हुए।

युवराज गोस्वामी मिलन कुमार बाबा ने बताया कि ठाकुर जी का रथयात्रा महोत्सव के तहत विशेष श्रृंगार किया गया। उन्हें सुंदर वस्त्र धारण कराए गए तथा श्री विग्रह हुआ। इस दौरान ठाकुर जी को आम से बने व्यंजन और जामुन का भोग लगाया गया। घोड़ों को खिलाने के लिए चने की दाल का भी भोग लगाया गया। इस अवसर पर ठाकुर जी को कीर्तन और वाद्य की प्रस्तुतियां दी गई।