पोर्नोग्राफी केस: मुझे नहीं पता राज क्या कर रहे हैं, शिल्पा शेट्‌टी ने पुलिस को बताया

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मुंबई। पोर्नोग्राफी केस में गिरफ्तार और मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद उद्योगपति राज कुंद्रा के खिलाफ मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बुधवार को 1500 पन्ने की एक चार्जशीट दायर की है। इस चार्जशीट में राज कुंद्रा की पत्नी और एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी को भी गवाह बनाया गया है। शिल्पा के अलावा एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा समेत 42 अन्य गवाहों का बयान भी चार्जशीट में शामिल किया गया है। राज पर पोर्न फिल्‍म बनवाने और मोबाइल ऐप पर इसकी स्‍ट्रीमिंग का आरोप है।

मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बुधवार को चार लोगों के खिलाफ ये चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें राज कुंद्रा, रेयान थोरपे (वियान इंटरप्राइजेज के आईटी हेड), यश ठाकुर उर्फ अरविंद श्रीवास्तव और प्रदीप बख्शी शामिल हैं। 43 गवाहों में से पांच ने सीआरपीसी के सेक्शन 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया है।

चार्जशीट के मुताबिक, शिल्‍पा ने पुलिस को बताया है कि राज क्या काम करते हैं इसके बारे में उन्‍हें जानकारी नहीं थी, क्‍योंकि वे अपने कामों में व्‍यस्‍त थीं। शिल्‍पा ने पुलिस को दिए बयान में कहा है, ‘मैं अपने काम में व्‍यस्‍त थी और मुझे पता नहीं था कि राज कुंद्रा क्‍या कर रहे हैं।’ यही नहीं, शिल्‍पा ने पुलिस को यह भी बताया है कि उन्‍हें विवादित ऐप ‘हॉटशॉट्स’ या ‘बॉलीफेम’ के बारे में जानकारी नहीं थी।
गूगल ने ब्लॉक किया तो राज ने बनाया नया ऐप

चार्जशीट में राज कुंद्रा पर इन ऐप्‍स पर पोर्न कंटेंट की स्‍ट्रीमिंग का आरोप लगाया गया है। चार्जशीट के मुताबिक, जब गूगल के प्‍लेस्‍टोर और एपल्‍स के ऐप स्‍टोर से ‘हॉटशॉट्स’ को हटा दिया गया था तो राज कुंद्रा ने एक अन्‍य ऐप ‘बॉलीफेम’ को लांच किया था। चार्जशीट बताती है कि कारोबारी राज ने पोर्न रैकेट चलाने के लिए वियान इंडस्‍ट्रीज लिमिटेड के परिसर का इस्‍तेमाल किया था।

19 जुलाई से जेल में बंद हैं राज कुंद्रा
राज कुंद्रा को 19 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। उन्‍हें पहले 27 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर रखा गया, जबकि किला कोर्ट (एस्प्लेनेड कोर्ट) ने बाद में उन्‍हें 14 दिनों की न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया था। इसके बाद से वे लगातार जेल में बंद हैं। कुंद्रा की एक जमानत अर्जी को सेशंस कोर्ट खारिज कर चुका है। राज कुंद्रा पर शर्लिन चोपड़ा से लेकर पूनम पांडे तक ने कई गंभीर आरोप लगाए थे। मुंबई साइबर पुलिस के पास साल 2020 में यह केस दर्ज हुआ था।