ठेकेदारों से 10 लाख रुपए वसूल कर लौट रहे AEN को एसीबी ने दबोचा

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कोटा। एसीबी कोटा द्वारा ठेकेदारों से कमीशन के दस लाख रुपए वसूल कर लौट रहे बारां के अटरू के जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता मोहनलाल शर्मा के खिलाफ मुख्यालय की हरी झंडी पर एसीबी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। एसीबी ने आरोपी से 10 लाख रुपए की रकम बरामद की थी।

एसीबी कोटा शहर के एएसपी ठाकुर चन्द्रशील कुमार ने बताया कि एसीबी को मुखबिर से आरोपी बारां जिले के अटरू के जल संसाधन विभाग में सहायक अभियंता मोहनलाल शर्मा द्वारा ठेकेदारों से मोटी रकम वसूल कर कार से वापस लौटने की सूचना मिली थी। इस पर एसीबी ने 2 मई को उसे दबोचकर उससे सूटकेस में भरे दस लाख रुपए बरामद किए। रुपयों के बारे में पूछताछ करने पर सहायक अभियंता संतोषप्रद जवाब नहीं दे सका।

एसीबी टीम ने नया नोहरा तिराहे पर कार रोककर अटरू जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता सत्येन्द्र पारीक, सहायक अभियंता मोहनलाल शर्मा जल संसाधन विभाग के मांगरोल के सहायक अभियंता प्रकाश चन्द्र मीणा को पकड़ा था। इसमें मोहनलाल शर्मा के काले रंग के बैग में बारां के ठेकेदार विनोद विजय द्वारा दिए गए 10 लाख रुपए बरामद हुए थे।

एसीबी पूछताछ में विनोद विजय ने रुपए देने से इनकार कर दिया था। इस पर एसीबी ने प्रकरण दर्ज करने के लिए जयपुर एसीबी को मामला भेजा, जहां से मामला दर्ज करने के आदेश पर एसीबी ने मामला दर्ज किया और मामले में जांच शुरू की। जबकि अधिशासी अभियंता सत्येन्द्र पारीक की तलाशी में 66,940 रुपए मिले थे, जो वे बेटी के लिए किसी से लेकर आए थे।

इसकी पुष्टि होने पर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार जैसा कोई मामला नहीं बना। आरोपी सहायक अभियंता करोड़ों रुपए की सम्पति का मालिक है। इसमें तलवंडी में उसका बहुमंजिल हॉस्टल शामिल है। जिसकी कीमत करोड़ों रुपए में है। इसके अलावा आरोपी के बैंक में केश, जेवर व अन्य जायदाद के बारे में एसीबी ने पड़ताल शुरू कर दी है। इसके बाद एसीबी आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिए है।