चार्ट तैयार होने के बाद भी अब बुक कर सकेंगे ट्रेन टिकट

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नई दिल्ली।ट्रेन का चार्ट बनने के बाद कैंसिल हुई टिकटों की जानकारी अब लोग IRCTC की वेबसाइट पर देख सकेंगे। इतना ही नहीं, जरूरत पड़ने पर टिकट भी बुक करा सकेंगे। इस तरह से उन्हें सफर के लिए सीट मिल जाएगी। इससे रेलवे को भी फायदा होगा। इसके अलावा रेलवे ने यह भी व्यवस्था की है कि यात्री चाहें, तो कोच के आधार पर भी यह देख सकेंगे कि किस कोच में कितनी सीटें खाली हैं। यह सिस्टम लगभग हवाई यात्रा की तरह ही है। वहां यात्री को पता चल जाता है कि कौन-कौन सी सीट खाली है।

मिलेगी खाली सीटों की जानकारी
रेलवे की वेबसाइट पर यह फीचर बुधवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लॉन्च किया। उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही ऐसी भी व्यवस्था होगी कि किसी यात्री ने टिकट कैंसल नहीं करवाया और उन्होंने ट्रेन नहीं पकड़ी, तो उनकी खाली सीट की जानकारी लोगों को मिल जाए। इसकी शुरुआत अभी चुनिंदा ट्रेनों में ही होगी।

रेल मंत्री ने बताया कि आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर अब एक नया ऑप्शन दिया गया है। यह ऑप्शन चार्टस/वैकंसी के रूप में नजर आएगा। ट्रेन चलने से चार घंटे पहले जब पहला चार्ट तैयार हो जाता है और उसके बाद अगर कोई यात्री अपना टिकट रद्द कराता है, तो अब तक ऐसी व्यवस्था नहीं थी कि लोग वेबसाइट पर इसकी जानकारी ले सकें। लेकिन अब नए ऑप्शन में यही किया गया है।

बीच सफर से भी सहूलियत
रेलवे का कहना है कि इसके अलावा लोग वेबसाइट पर कोच का लेआउट भी देख सकेंगे। मसलन, स्लिपर क्लास में कौन-सी सीट खाली है, इसका पता कर किया जा सकता है। रेलवे ने फिल्टर की भी व्यवस्था की है जिससे यह पता चल सकेगा कि कौन-कौन सी सीटें आंशिक रूप से खाली हैं।

मसलन, दिल्ली से भोपाल जाने वाली ट्रेन में अगर आगरा और झांसी के बीच सीट खाली है, तो उसका भी ऑप्शन होगा। ऐसे में अगर दिल्ली से यात्री को टिकट नहीं मिलता, तो वह आगरा और झांसी के बीच का ऑप्शन ले सकता है। दिल्ली से आगरा के बीच वह जनरल क्लास या फिर किसी और रास्ते से आगरा तक का सफर कर सकता है।

…ताकि दूसरों का हो भला
रेलवे का कहना है कि ट्रेन चलने के बाद अगर कोई यात्री ट्रेन में सवार नहीं हो सका तो फिलहाल उसकी जानकारी टीटीई को ही होती है। इसके लिए भी रास्ता खोजा जा रहा है। इस प्रस्ताव पर विचार हो रहा है कि यात्री को यह विकल्प दिया जाए कि अगर वह ट्रेन में सवार नहीं हो सका, तो वह इस बारे में रेलवे को जानकारी दे दे। इससे रेलवे उस सीट को किसी और यात्री को दे सकता है।