चंबल रिवर फ्रंट और ऑक्सीजन पार्क का लोकार्पण 12 सितंबर को

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कोटा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 12 सितंबर को कोटा में बने चंबल रिवर फ्रंट और ऑक्सीजन पार्क का लोकार्पण करेंगे। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने शुक्रवार को जयपुर में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा- जिस तरह 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात को विकास के नाम पर मॉडल स्टेट बता कर बेचा था।

कोरोना काल में भीलवाड़ा मॉडल बनकर उभरा था। उसी तरह अब कोटा देश में अर्बन डेवलपमेंट का मॉडल बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा- इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा। इसमें बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण और ऐक्टर रणवीर सिंह को बुलाने की तैयारी चल रही है।

धारीवाल ने कहा- 3 साल में 1400 करोड रुपए की लागत से कोटा में 6 किलोमीटर लंबे चंबल रिवर फ्रंट और 75 एकड़ में ऑक्सीजन पार्क बंद कर तैयार हो चुके हैं। जिनका 12 सितंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लोकार्पण करेंगे।

इस दौरान मुख्यमंत्री खुद नाव में सवार होकर 6 किलोमीटर लंबे रिवर फ्रंट का निरीक्षण भी करेंगे। वहीं अगले दिन 13 सितंबर को कोटा में राजस्थान कैबिनेट की बैठक ऑक्सीजन पार्क में आयोजित की जाएगी। जिसमें राजस्थान के विकास को लेकर सरकार के मंत्री मंथन और चिंतन करते नजर आएंगे। इसके साथ ही लोकार्पण के बाद ​​​​​​ 2 महीने तक आम जनता भी फ्री में चंबल रिवर फ्रंट और ऑक्सीजन पार्क को निहार सकेगी। इसके बाद उनसे शुल्क वसूला जाएगा।

22 घाटों की अलग कहानी
मंत्री धारीवाल ने कहा- चंबल पर 22 घाट बनाये गए है। जिनकी अलग-अलग विशेषता होगी। वैदिक घाट में 5 मंदिर बनाये गए हैं। इनमें अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी, आकाश के मंदिर हैं। गीता से शिक्षा और उसका प्रचार करने के लिए गीता घाट बनाया गया है।

इसी तरह जवाहर घाट पंडित जवाहर लाल नेहरू की याद में उनका सबसे बड़ा फेस मास्क बनाया गया है। जबकि राजपुताना घाट में मेवाड़, मारवाड़ समेत 9 क्षेत्रों की संस्कृति और खानपान का चित्रण किया गया है।

दुनिया का सबसे बड़ा नन्दी
मंत्री धारीवाल ने कहा कि कोटा में दुनिया का सबसे बड़ा नन्दी बनाया गया है। जो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएगा।

79 टन की सबसे बड़ी घंटी
दुनिया की सबसे बड़ी घंटी है। जो 79 टन की है। जिसे बजाने पर 8 किलोमीटर दूर तक उसकी आवाज जाती है। जिसे बजाने के लिए ताकत की जरूरत नहीं होगी।

225 फीट ऊंची चंबल माता की मूर्ति
बल्कि, एक मामूली सी चैन खींचने पर इसे बजाया जा सकेगा। इसके साथ ही चंबल रिवर फ्रंट पर संगमरमर से बनी 225 फीट ऊंची चंबल माता की मूर्ति काफी अनोखी होगी। जो विश्व रिकॉर्ड भी बनाएगी।