खुशखबरी: कलर्स, स्टार प्लस और जी टीवी के चैनल देखना हुआ सस्ता

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नई दिल्ली। सब्सक्राइबर्स के हितों को ध्यान में रखते हुए ट्राई ने ऑपरेटर्स को डीटीएच सर्विस और कीमत में जरूरी बदलाव करने को कहा है। इसके बाद से डीटीएच और ब्रॉडकास्टिंग इंडस्ट्री में काफी हलचल मची हुई है। इसी बीच DTH सब्सक्राइबर्स के लिए एक अच्छी खबर आई है। देश के कई बड़े ब्रॉडकास्टर्स ने अपने चैनलों की कीमत को 7 रुपये तक कम कर दिया है। चैनल सब्सक्रिप्शन प्राइस को कम करने वाले ब्रॉडकास्टर्स में स्टार, जी, वायाकॉम 18 समेत कई अन्य ब्रॉडकास्टर्स भी शामिल हैं।

वायाकॉम 18 ने कम किए कलर्स चैनल की कीमत
वायाकॉम 18 कलर्स के साथ ही कई दूसरे चैनल्स का भी ब्रॉडकास्ट करता है। इसमें कलर्स काफी पॉप्युलर है। फेस्टिव सीजन को देखते हुए कंपनी ने कलर्स कन्नड़ और हिंदी GEC (जनरल एंटरटेनमेंट चैनल) को देखना सस्ता कर दिया है। अब इन चैनल को देखने के लिए हर महीने 12 रुपये ही देने होंगे जो पहले 19 रुपये थे। चैनल के सब्सक्रिप्शन को बढ़ाने के लिए कंपनी ने ‘हर दिन दिवाली’ नाम से एक कैंपेन की शुरुआत की है। इसमें दर्शकों को सस्ती दरों पर कलर्स चैनल सब्सक्राइब करने के लिए कहा जा रहा है।

जी ने भी घटाए दाम
ब्रॉडकास्टिंग कंपनी जी ने भी अपने चैनलों की कीमत को कम कर दिया है। फेस्टिव सीजन में जी एंटरटेनमेंट ने अपने 6 चैनलों की कीमत को घटा दिया है। इनमें जी मराठी, जी बांग्ला, जी तेलुगू, जी कन्नड़, जी सार्थक, जी टीवी शामिल हैं। इन चैनलों का सब्सक्रिप्शन चार्ज पहले 19 रुपये था जिसे अब 12 रुपये प्रति माह कर दिया गया है।

स्टार इंडिया ने भी कम दिए दाम
जी और वायाकॉम 18 की तरह स्टार इंडिया ने भी चैनल प्राइस को कम कर दिया है। कंपनी ने स्टार प्लस समेत कई अन्य चैनलों की कीमत को 19 रुपये से घटा कर 12 रुपेय प्रति माह कर दिया है।

डिस्काउंट कैप के लिए ट्राई की तैयारी
नए टैरिफ नियमों को ठीक करने के लिए ट्राई ने ब्रॉडकास्टर्स और ऑपरेटर्स को जरूरी आदेश दिए हैं। ट्राई की कोशिश है कि वह सब्सक्राइबर्स को उनकी मर्जी के चैनल चुनने की आजादी दे। अभी ब्रॉडकास्टर्स अपने चैनल पैक के साथ सब्सक्राइबर्स को वे चैनल भी दे देते हैं जिनकी उन्हें जरूरत नहीं होती। ट्राई का मानना है कि सब्सक्राईबर्स के ऊपर चैनल पैक के नाम पर वे चैनल नहीं थोपे जाने चाहिए जिन्हें वे देखना नहीं चाहते।

इसके लिए ट्राई 15% का डिस्काउंट कैप ला सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर कोई अलग से किसी कीमत पर मिल रहा है, तो उसे चैनल पैक में 15% या ऑरिजनल कीमत से सस्ती दरों पर शामिल नहीं कर सकते। आसान भाषा में समझें तो ट्राई की कोशिश है कि ब्रॉडकास्टर्स अपने चैनल पैक को बेचने के लिए किसी a-la-carte चैनल के सब्सक्रिप्शन चार्ज को पैक से महंगा नहीं रख सकेंगे।