कोटा संभाग में रीको औद्योगिक भूखंडों की ई-नीलामी करेगी, जानिए क्या है योजना

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एमनेस्टी योजना के तहत सेवा शुल्क, आर्थिक किराया, बकाया जल राशि के ब्याज में मिलेगी छूट

कोटा। रीको की कोटा इकाई के अंतर्गत कोटा, बूंदी व बारां में 22 भूखण्डों के लिए मेगा ई-नीलामी का आयोजन किया जायेगा। जिसमें 18 औद्योगिक भूखण्ड, एक कॉमर्शियल एवं तीन दुकानों के भूखण्डों की ई-नीलामी की जाएगी।

रीको के वरिष्ठ उपमहाप्रबंधक एसके गर्ग ने बताया कि कोटा में इन्द्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र, नवीन औद्योगिक क्षेत्र गुण्दी-फतेहपुर रामगंजमण्डी, एग्रो फूड पार्क प्रथम व द्वितीय, कुबेर (विस्तार) रानपुर, बून्दी जिले का नया औद्योगिक क्षेत्र तालाबगांव, औद्योगिक क्षेत्र बारां में कुल मिलाकर 22 भूखण्डों का आवंटन ई-नीलामी के माध्यम से किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि धरोहर राशि जमा कराने की तिथि 01.11.2022 से 15.11.2022 तक है तथा ई-नीलामी की तिथि 16.11.2022 से 18.11.2022 तक है। रीको के वरिष्ठ उप महाप्रबंधक ने बताया गया कि बूंदी जिले के तालाबगांव में नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित कर प्रथम बार ई-नीलामी के माध्यम से 6 औद्योगिक भूखण्ड नीलाम किये जाएंगे। यह औद्योगिक क्षेत्र कोटा-जयपुर नेशनल हाई-वे पर बूंदी शहर के नजदीक स्थित है।

रीको द्वारा भूखण्डों का आवंटन 11 त्रैमासिक किश्तों पर 8 प्रतिशत ब्याज के साथ आवंटन की सुविधा प्रदान की जा रही है। नवविकसित तालाबगांव औद्योगिक क्षेत्र बूंदी में एक भूखण्ड एससी/एसटी के लिए आरक्षित है। जिसमें प्राप्त आवंटन की दर में 50 प्रतिशत की छूट है। त्रैमासिक किश्तों के देय ब्याज में पूर्ण छूट है। यदि आवंटी किश्त की देय तिथि तक देय किश्त जमा करा देता है। उन्होंने बताया कि नवविकसित औद्योगिक क्षेत्र गुण्दी-फतेहपुर में उद्यमियों का काफी रूझान है। इस क्षेत्र में काफी तेजी से औद्योगिक भूखण्ड आवंटित हो रहे हैं ।

एमनेस्टी स्कीम में छूट
मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार की बजट घोषणा 2022 के अनुरूप रीको प्रबंधन की ओर से प्रदेश के औद्योगिक विकास एवं आर्थिक मंदी के दौर पर उद्योगों को संरक्षण एवं उद्यमियों को राहत देने के लिए एमनेस्टी स्कीम लागू की है। इसमें सेवा शुल्क/आर्थिक किराया, बकाया जल राशि के ब्याज में शत प्रतिशत छूट, आवंटित भूखण्ड पर उत्पादन शुरू करने मे हुई देरी पर धारण शुल्क में छूट एवं भूखण्ड हस्तान्तरण पर देय शुल्क में 31 मार्च 2023 तक छूट दी जा रही है।