कोटा का शैक्षणिक एवं आर्थिक माहौल खराब नहीं होने दिया जायेगा: कलेक्टर

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कोटा। जिला कलेक्टर ओपी कसेरा ने उद्यमियों एवं हॉस्टल संचालकों को आश्वस्त किया है कि शहर का शैक्षणिक एवं आर्थिक माहौल खराब नहीं होने दिया जायेगा। साथ ही सुझाव दिया कि नीतिगत फैसलों के लिए वे स्वायत्त शासन मंत्री, रीको के प्रबन्धक निदेशक, उद्योग मंत्री एवं मुख्यमंत्री से सम्पर्क करें। प्रतिनिधिमंडल की ओर से सौंपे गए ज्ञापन को उन्होंने मुख्यमंत्री तक पहुँचाने का भी भरोसा दिलाया।

कलेक्टर ने यह आश्वासन इंद्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के लिए आवंटित भूखंडों पर उद्यमियों द्वारा हॉस्टल संचालित करने पर रीको की ओर से अधिग्रहण के मामले में जारी नोटिस पर प्रतिनिधिमंडल को दिया। कलेक्टर ने कहा कि व्यापार एवं उद्योग के संचालन में कोई अवरोध नहीं आना चाहिए। क्योंकि इससे ही रोजगार के साधन उपलब्ध होते है।

इससे पहले शुक्रवार को कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल ने कलेक्टर ओपी कसेरा से भेंट कर उन्हें मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि रीको की ओर से उद्यमियों के हॉस्टल्स के अधिग्रहण की कार्यवाही की जा रही है। जिससे उद्यमी भयभीत हैं।

कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव माहेश्वरी ने जिला कलेक्टर को बताया कि वर्तमान में शहर का औद्योगिक पतन हो चुका है और काफी उद्योग बन्द हो चुके है। इन्द्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र में 75 प्रतिशत से अधिक व्यावसायिक गतिविधियां संचालित हैं, जिसमें कई माॅल, 10 से अधिक कोचिंग संस्थान, ऑटोमोबाइल के शोरूम, पेट्रोल पम्प, इलेक्ट्रोनिक के सामानों के शोरूम, खाद्य बीज की दुकानें एवं होस्टल, होटल आदि शामिल हैं।

अचानक रीको ने इन्द्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र में व्यावसायिक गतिविधियों की अनुमति पर रोक लगा दी । 15 सितम्बर 2019 से रीको द्वारा इन भूखण्डों के अधिग्रहण करने की कार्यवाही के नोटिस दे दिये । कोटा में एक मात्र कोचिंग एवं होस्टल व्यवसाय ही कोटा अर्थव्यवस्था को संभाले हुए है। होटल एवं होस्टल दोनों के द्वारा एक ही कार्य को निष्पादित किया जाता है। शब्दकोष में दोनों को ही ठहरने की जगह बताया गया है। रेस्टोरेन्ट को भारत सरकार ने उद्योग घोषित कर रखा है।

माहेश्वरी ने बताया कि कोटा में वर्तमान समय में व्यापार व उद्योग में भारी मंदी को झेलते हुये यहां एक मात्र कोचिंग एवं होस्टल व्यवसाय से ही करीब 5 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है। रीको द्वारा अचानक की गई अधिग्रहण की कार्यवाही शुरू करने से यहां के उद्यमियों में भय का माहौल पैदा हो गया।

प्रतिनिधिमण्डल में हाडौती कोटा स्टोन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष राजेश गुप्ता, दी एस.एस.आई. एसोसियेशन के निर्वाचित अध्यक्ष मुकेश गुप्ता, पूर्व महासचिव रमेश कालानी, कोटा होस्टल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रवि माण्डलिया एवं महासचिव पंकज जैन सहित कई होस्टल व्यवसायी एवं उद्यमी मौजूद थे।