एक देश, एक रोड टैक्स का सपना होगा साकार, गाड़ी खरीदना हो जाएगा सस्ता

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    नई दिल्ली। एक देश, एक टैक्स के तहत वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने के बाद अब केंद्र सरकार निजी वाहनों के लिए एक देश, एक रोड टैक्स लागू करने की दिशा में काम कर रही है। इसके लिए राज्यों से बातचीत चल रही है। सरकारी अधिकारी के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल ही में केंद्र ने एक यूनिफॉर्म रोड टैक्स लागू करने को लेकर राज्यों के साथ बैठक की है।

    कई राज्यों के सीनियर अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है वह अभी केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं। केरल के एक सीनियर अधिकारी ने कहा है कि टैक्स रेट आदि के संबंध में राज्य बजट सत्र के बाद अंतिम फैसला करेंगे। आपको बता दें कि रोड टैक्स का भुगतान वाहन के रजिस्ट्रेशन समय किया जाता है। इस पर जीएसटी भी लागू होता है। इससे किसी भी नए वाहन की कीमत पर प्रभाव पड़ता है।

    अभी कई फॉर्मूलों से तय होता है रोड टैक्स
    मौजूद समय में देश के विभिन्न राज्यों में रोड टैक्स की गणना के लिए अलग-अलग फॉर्मूला है। उदाहरण के लिए राजधानी दिल्ली में रोड टैक्स की गणना मेक, मॉडल इंजन और वाहन की सीट क्षमता के आधार पर होती है। इस आधार पर यदि चारपहिया वाहन का वजन 1 हजार किलो से कम होता है तो उस पर 3800 रुपए से ज्यादा का रोड टैक्स देना होता है।

    वहीं हिमाचल प्रदेश में चारपहिया वाहन की बिक्री कीमत पर रोड टैक्स की गणना होती है। यहां 2.5 लाख रुपए तक की कीमत के चारपहिया वाहन पर 2.5 फीसदी या 6250 रुपए और 20 लाख से ज्यादा की कीमत के चारपहिया वाहन पर 6.5 फीसदी या 1.3 लाख रुपए का रोड टैक्स लगता है।

    ये हो सकता है यूनिफॉर्म टैक्स
    सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने निजी वाहनों पर एक यूनिफॉर्म रोड टैक्स निर्धारित करने के लिए एक मंत्री समूह का गठन किया था। 2018 में इस मंत्री समूह ने राज्यों के लिए इनवॉइस प्राइस के आधार पर रोड टैक्स लगाने की सिफारिश की थी। मंत्री समूह की सिफारिश के अनुसार 10 लाख रुपए तक के निजी वाहन पर 8 फीसदी, 10 से 20 लाख रुपए तक के वाहन पर 10 फीसदी और 20 लाख से अधिक के वाहन पर 12 फीसदी रोड टैक्स लगना चाहिए।

    ग्राहकों को होगा फायदा
    यदि सरकार एक देश, एक रोड टैक्स स्कीम को लागू करती है तो इसका लाभ वाहन खरीदने वालों को भी होगा। ऐसा होने से पूरे देश में एकसमान रोड टैक्स होगा और उन्हें कम टैक्स वाले राज्यों से वाहन खरीदने के लिए परेशान नहीं होना होगा। मौजूदा समय में लोग ऐसे राज्यों से वाहन खरीदना पसंद करते हैं जहां पर रोड टैक्स कम देना पड़ता है। रोड टैक्स की वजह से वाहन की कुल कीमत बढ़ जाती है।