इस बार बजट सत्र के पहले दो दिन शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं होगा, जानिए क्यों

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नई दिल्ली। Parliament Budget Session: मंगलवार से शुरू होने वाले बजट सत्र के पहले दो दिन संसद के दोनों सदनों में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं होगा। शनिवार को जारी एक संसदीय बुलेटिन में कहा गया है कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ शुरू होगा।

बजट सत्र के दूसरे दिन ,एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में केंद्रीय बजट को पेश करेंगी। बुलेटिन में कहा गया है कि शून्यकाल के दौरान उठाए गए अत्यावश्यक सार्वजनिक महत्व के मामले 2 फरवरी 2023 से उठाए जाएंगे। दो फरवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी, जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी संसद के दोनों सदनों में जवाब देंगे।

बुलेटिन में कहा गया है कि बजट सत्र दो हिस्सो में होगा। पहला हिस्सा 13 फरवरी तक चलेगा। वहीं, दूसरा भाग 13 मार्च को अवकाश के बाद 6 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी और केंद्रीय बजट पारित किया जाएगा। इस अवधि के दौरान अन्य विधायी व्यवसाय भी सरकार द्वारा उठाए जाएंगे।

सर्वदलीय बैठक कल: सरकार ने संसद के बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई है। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि परंपरागत रूप से होने वाली यह बैठक 30 जनवरी को संसद एनेक्सी भवन में दोपहर में आयोजित होने वाली है। इसके अलावा फ्लोर सहयोग की रणनीति बनाने के लिए 30 जनवरी की दोपहर एनडीए फ्लोर के नेताओं की एक बैठक भी होगी। जानकारी के मुताबिक, इस बैठक के दौरान सरकार संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी दलों से सहयोग मांगेगी। इसके अलावा विपक्षी दलों से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे उन मुद्दों का उल्लेख करें जो वे सत्र के दौरान उठाना चाहते हैं।

बजट सत्र में होंगी 27 बैठकें: संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा। इसी दिन लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण होगा। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इस सत्र में 27 बैठकें होंगी और बजट के कागजात की जांच के लिए एक महीने के अवकाश के साथ 6 अप्रैल तक चलेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को केंद्रीय बजट 2023-24 पेश करेंगी।