अतिरिक्त मार्जिन लगाने के बाद भी जीरे के वायदा भाव नई ऊंचाई पर

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जीरे पर अतिरिक्त मार्जिन 8 फीसदी हुआ

उंझा। जीरे के वायदा भाव नियंत्रित करने की तमाम कोशिशों के बावजूद इसके भाव बढ़ते जा रहे हैं। नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) द्वारा बुधवार को अतिरिक्त मार्जिन लगाने के बावजूद जीरे के वायदा भाव नई ऊंचाई पर पहुंच गए।

NCDEX ने आज से जीरे के लॉन्ग और शॉर्ट टर्म दोनों कॉन्ट्रैक्ट पर 3 फीसदी अतिरिक्त मार्जिन लगा दिया है। यह मार्जिन मौजूदा कॉन्ट्रक्ट के साथ आगे लांच होने वाले कॉन्ट्रैक्ट पर भी लागू होगा। आज से प्रभावी 3 फीसदी अतिरिक्त मार्जिन पहले से लागू 5 फीसदी अतिरिक्त मार्जिन के अलावा लगाया गया है। इस तरह जीरे पर अतिरिक्त मार्जिन 8 फीसदी हो गया है।

एनसीडीईएक्स जीरे के वायदा भाव में तेजी थामने के लिए इस साल तीन बार अतिरिक्त मार्जिन लगा चुका है। फिर भी तेजी थम नहीं रही है। NCDEX ने भले ही आज से 3 फीसदी अतिरिक्त मार्जिन और लगा दिया हो, लेकिन इसका जीरे के वायदा भाव आज कोई असर नहीं दिखा। जीरे के वायदा भाव नरम पडने की बजाय नई ऊंचाई पर पहुंच गए।

जीरे का जुलाई कॉन्ट्रैक्ट आज 290 रुपये की गिरावट के साथ 51,420 रुपये के भाव पर खुला जरूर। लेकिन इसके बाद जीरे के वायदा भाव बढ़ने लगे और खबर लिखे जाने के समय इसने 54,780 रुपये के भाव पर दिन का उच्च स्तर छू लिया और यह भाव अब तक का सर्वोच्च भाव भी है। यह 2,290 रुपये की तेजी के साथ 54,000 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर कारोबार कर रहा था। इस महीने जीरा करीब 20 फीसदी महंगा हो चुका है।

55 हजार के पार जा सकते हैं भाव
कमोडिटी एक्सपर्ट इंद्रजीत पॉल ने कहा कि उत्पादन घटने से जीरे की आपूर्ति कम है। साथ ही जीरे की निर्यात और घरेलू मांग मजबूत बनी हुई है। इसलिए अतिरिक्त मार्जिन से कुछ समय के लिए तेजी पर अंकुश जरूर लगता है। लेकिन बाद में भाव बढ़ जाते हैं। जिन लोगों ने वायदा बाजार में जीरा खरीद रखा है, वो इसेे बेचने की बजाय रोककर रख रहे हैं क्योंकि उन्हें जीरे की कीमतों में और तेजी की उम्मीद है। पॉल ने कहा कि जीरे के वायदा भाव एक बार 55 हजार रुपये के स्तर को छू सकते हैं। उसके बाद मुनाफावसूली से कुछ गिरावट भी संभव है।