जीएसटी के दूसरे दिन भी ऑटो, कन्ज्यूमर गुड्स समेत कई सामानों में छूट की बहार

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मुंबई/कोलकाता/नई दिल्ली।
जीएसटी लागू होने के दूसरे दिन यानी रविवार को कुछ कारों और दोपहिया वाहनों की कीमतें घटाने के ऐलान हुए जबकि कई कंपनियों ने आनेवाले दिनों में कुछ और कटौतियों का आश्वासन दिया। इनका कहना है कि 1 जुलाई को जीएसटी लागू होने के बाद बने प्रॉडक्ट्स सस्ते में मिलेंगे।

जापान की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी टोयोटा ने अपनी कारों के दाम में 13 प्रतिशत तक की कटौती की जबकि नई दिल्ली स्थित हीरो मोटोकॉर्प ने दोपहिया वाहनों के दाम 400 से 4,000 रुपये तक घटा दिए। उम्मीद की जा रही है कि ह्यूंदै मौटर्स, टाटा मोटर्स और फोर्ड इंडिया भी अगले कुछ हफ्ते में कीमतों में कटौती का ऐलान करेंगी।

कन्ज्यूमर गुड्स
रविवार को प्रमुख कन्ज्यूमर गुड्स कंपनियों ने भी अगले कुछ हफ्तों में कीमतें घटाने का भरोसा दिलाया। इनका कहना है कि 1 जुलाई के बाद बने सामान सस्ते में मिलेंगे। इससे पहले देश की सबसे बड़ी कन्ज्यूमर फर्म हिंदुस्तान यूनिलिवर ने कुछ सामानों के दाम घटा दिए तो कुछ के वजन बढ़ा दिए।

फूड सेक्टर की बड़ी कंपनी नेस्ले अपने मैगी केचअप, सेरलैक और कुछ डेयरी प्रॉडक्ट्स के दाम कम करेगी। नेस्ले के एमडी सुरेश नारायणन ने कहा, ‘जिन कैटिगरीज में टैक्स घटे हैं, उनमें 1 जुलाई के बाद बने सामानों की कीमतों में उचित कटौती की जाएगी। नई कीमत वाले स्टॉक मार्केट में आने तक ट्रांजिशन टाइम रहेगा।’

गोदरेज कन्ज्यूमर प्रॉडक्ट्स के एमडी विवेक गंभीर ने कहा कि उनके साबुनों के दाम घटाने या इनके वजन बढ़ाने की योजना है। इसी तरह, पेप्सिको, मैरिको, पार्ले और बिसलरी ने भी कहा है कि 1 जुलाई के बाद बने सामान सस्ते में दिए जाएंगे।

जीएसटी में लागत घटने का फायदा ग्राहकों को देने संबंधी कानून को लेकर कंपनियों का कहना है कि नए सामान के उत्पादन में जीएसटी का क्या असर होता है, उन्हें यह देखना है। पेप्सिको के चेयरमेन डी शिवकुमार ने कहा, ‘हम कीमत में तुरंत बदलाव नहीं कर रहे।

दरअसल, जहां तक संभव हो सके, मौजूदा कीमतों के जरिए ग्राहकों को पहले सुविधा और स्थिरता मुहैया कराना ज्यादा महत्वपूर्ण है। अगर किसी वस्तु का दाम 5 रुपये है तो इसे बढ़ाकर 5 रुपये 30 पैसे या 40 पैसे करने का कोई मतलब नहीं है। हम कीमतें स्थिर रख रहे हैं। हम जीएसटी का मुद्दा सुलझने तक वेट ऐंड वॉच की नीति अपना रहे हैं।’

इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स
हालांकि, जीएसटी से ग्राहकों को हर जगह फायदा नहीं होने वाला। कुछ कन्ज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स के दाम थोड़ा बढ़ने की भी आशंका है। टेलिविजन, रेफ्रिजरेटर, एयर-कंडीशनर और वॉशिंग मशीनों के दाम 2.5 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं। अच्छी बात यह है कि यह पहले जताई जा रही आशंका से करीब-करीब आधा है।

40,000 रुपये का 42 इंच का एलआईडी टीवी अब 40,900 रुपये में मिलेगा जबकि 26,000 रुपये का 280 लीटर का फ्रॉस्ट-फ्री रेफ्रिजरेटर अब 500 रुपये महंगा हो जाएगा। इसी तरह, एसी और वॉशिंग मशीन के दाम भी 400 से 1,000 रुपये तक बढ़ेंगे। कुल मिलाकर, ज्यादातर प्रॉडक्ट्स के दाम में 1.5 से 2 प्रतिशत की मामूली वृद्धि होगी।

मक्खन, पनीर, घी
अमूल ने कॉटेज चीज, डेयरी वाइटरनर और बेबी फूड के दाम घटा दिए, तो घी का दाम बढ़ा दिया है जबकि चीज, बटर और आइसक्रीम के दाम ज्यों के त्यों रखे गए हैं। अचार, जैम, टमॉटो कैचअप बनानेवाली कंपनियों ने जीएसटी में टैक्स बढ़ाने की शिकायत की है।

उनका कहना है कि 1 जुलाई से इनकी बिक्री घटी है। वहीं, ब्रैंडेड चावल और गेहूं का आटा बचनेवाले बोल रहे हैं कि उनके डिस्ट्रिब्यूटरों को नए सिस्टम से परेशानी तालमेल नहीं हो पा रहा है। राजधानी ग्रुप के राकेश जैन ने कहा कि उनकी कंपनी ने गेहूं के आटे का दाम 5 प्रतिशत यानी 1.20 प्रति किलो बढ़ा दिया है जो बढ़कर 25.20 रुपये प्रति किलो हो गया है।