‘मैं गरीब हूं, वसुंधरा सरकार ने 1.5 लाख लोगों के घरों पर लिखाया

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राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन लेने वाले परिवारों को किया सरकार ने शर्मसार

जयपुर । हाल ही में स्वघोषित गौरक्षकों द्वारा लोगों की हत्या के बाद राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार एक बार फिर विवादों में है। गरीबों की सरकार ने इस बार गरीबी का ही मजाक बना दिया है। दरअसल, सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन पाने वालों पर गरीबी का ठप्पा लगा दिया है।

तकरीबन डेढ़ लाख लोगों के घर के बाहर लिखा गया है, ‘मैं गरीब हूं और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत राशन पाता हूं।’ इसके साथ ही घर के मालिक का नाम भी लिखा गया है। इस अधिनियम के तहत राशन पाने वाले राज्य सरकार के इस असंवेदनशील रवैये से खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं।

NFSA पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में शुरू हुआ था। इसके तहत गरीबों को प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम अनाज रियायती दरों पर मुहैया कराया जाता है। गांववालों ने यह भी कहा कि उनसे यह वादा किया गया था कि अगर वे अपने घरों के बाहर ऐसा लिखते हैं तो उन्हें इसके एवज में 750 रुपये दिए जाएंगे।