राजस्थान में होगी 2123 करोड़ रुपए से अधिक की समर्थन मूल्य पर खरीद

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  • अब तक 126 करोड़ से अधिक की हो चुकी है खरीद

  • किसानों को किया 87 करोड़ से अधिक का भुगतान

जयपुर। राज्य में किसानों को आर्थिक संबल देने के लिए समर्थन मूल्य पर दलहन एवं तिलहन की तीव्र गति से खरीद की जा रही है और अब तक 126 करोड़ 74 लाख रुपए से अधिक मूल्य की खरीद हो चुकी है।

खरीद के पेटे किसानों को त्वरित भुगतान की व्यवस्था की गई है और किसानों के खातों में 87 करोड़ रुपए से अधिक की राशि ट्रांसफर कर दी गई है। यह जानकारी रजिस्ट्रार एवं प्रमुख शासन सचिव, सहकारिता अभय कुमार ने सोमवार को राजफैड में समर्थन मूल्य पर खरीद की समीक्षा करते हुए दी।

कुमार ने बताया कि राज्य के किसानों से 836.25 करोड़ रुपए के मूंग, 162 करोड़ रुपए के उड़द, 457.50 करोड़ रुपए की सोयाबीन एवं 667.50 करोड़ रुपए की मूंगफली की उपज को खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस बार राज्य में कुल 2 हजार 123 करोड़ 25 लाख रुपए मूल्य के दलहन एवं तिलहन की खरीद की जाएगी।

उन्होंने बताया कि अब तक 15 हजार 79 काश्तकारों से समर्थन मूल्य पर 126 करोड़ 74 लाख रुपए मूल्य की मूंग, उड़द, सोयाबीन एवं मूंगफली की खरीद की जा चुकी है। जिसमें से 10 हजार 804 किसानों को 87 करोड़ 33 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि इस बार से कृषि उपज की राशि को किसान परिवारों की महिला मुखिया के बैंक खातों में ट्रांसफर किया जा रहा है।  कुमार ने बताया कि दीपावली के अवसर पर राज्य में 18 से 22 अक्टूबर तक खरीद केन्द्रों पर अवकाश रहने के कारण खरीद को स्थगित रखा था, परन्तु आज से सभी खरीद केन्द्रों पर पुनः खरीद आरम्भ हो गई है।

जिला कलक्टर करेंगे खरीद केन्द्रों का दौरा : प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि जिला कलक्टरों को जिले के खरीद केन्द्रों का दौरा कर व्यस्थाओं को दुरस्त रखने एवं किसानों की समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण करने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि झालावाड़ जिला कलक्टर द्वारा कृषि विभाग एवं राजस्व विभाग के मार्फत जिले के खरीद केन्द्रों पर काश्तकारों से सम्पर्क कर अपनी उपज को नैफेड के मानदण्डों के अनुसार तैयार कर लाने को कहा जिसके कारण झालावाड़ में काश्तकारों द्वारा लाई गई उपज का रिजेक्शन न के बराबर रहा है।

एक लाख 22 हजार से अधिक किसानों ने कराया पंजीयन: उन्होंने बताया कि चारों उपजों के लिए 1 लाख 22 हजार 566 काश्तकारों द्वारा पंजीयन करवाया गया है तथा 75 हजार से अधिक पंजीयनकर्ता किसानों को उनकी उपज की तुलाई के लिए दिनांकों को आवंटन कर दिया गया है। शेष को दिनांक आवंटन की कार्यवाही की जा रही है।

उपज के रिजेक्शन की मिलेगी सूचना ऑनलाईन :प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि किसानों को उनकी उपज के रिजेक्शन के संबंध में ऑनलाईन सूचना देने के लिए व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए राष्ट्रीय सूचना केन्द्र के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि इससे खरीद प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता स्थापित होगी तथा किसान को उपज में एफएक्यू मापदण्डों के अनुसार रही कमी के बारे में पुख्ता जानकारी मिल सकेगी।