UMMEED: छात्रों में आत्महत्या रोकने के लिए केंद्र ने तैयार की गाइडलाइंस

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नई दिल्ली। Student Suicide Case : राजस्थान के कोटा में हुए छात्रों के आत्महत्या के लगातार कई मामलों ने सभी को इस स्थिति पर विचार करने और जल्द से जल्द सख्त कदम उठाने को आवश्यकता को प्रेरित किया है।

न सिर्फ इंजीनिरिंग या मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में तैयारी में जुटे स्टूडेंट्स बल्कि विभिन्न राज्यों में बोर्ड परीक्षाओं में असफल होने पर भी आत्महत्या के मामले हर साल सामने आते रहते हैं। ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने की दिशा में प्रयास करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने ‘उम्मीद (UMMEED)’ नाम से गाइडलाइंस तैयार की हैं।

शिक्षा मंत्रालय ने ‘उम्मीद’ गाइडलाइंस का ड्राफ्ट मंगलवार, 3 अक्टूबर 2023 को जारी किया। मंत्रालय का ‘Understand, Motivate, Manage, Empathise, Empower, Develop’ (UMMEED) गाइडलाइंस के माध्यम से ऐसे छात्रों के प्रति संवेदनशीलता में सुधार करने और उन्हें समर्थन देने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें खुद को नुकसान पहुंचाने की संभावना हो सकती है।

शिक्षा मंत्रालय की UMMEED गाइडलाइंस के ड्राफ्ट में कहा गया है कि किसी भी स्टूडेंट को अपनी स्कूल लाइफ में कई तरह के परिवर्तनों से गुजरना होता है जैसे घर से स्कूल, एक स्कूल से दूसरे स्कूल, स्कूल से कॉलेज, पैरेंट्स, भाई-बहन, फ्रेंड्स और करीबियों से दूर रहना, आदि।

इनके अतिरिक्त छात्रों के मन पर कक्षा बढ़ने के साथ-साथ कई तरह के दबाव बढ़ते रहते हैं जैसे शारीरिक बदलाव, पर्सनालिटी का दबाव, आपसी प्रतिस्पर्धा का दबाव, अच्छे मार्क्स का दबाव, करियर को लेकर निर्णय का दबाव, आदि। इन सभी दबावों के बीच टीचर्स या पैरेंट्स या यहां तक की फ्रेंड्स की एक असंवेदनशील प्रतिक्रिया (Insensitive Comment) उन्हें अपना स्थायी नुकसान कर लेने के लिए प्ररित करने की क्षमता रखती है।

गाइडलाइंस में किए गए ये प्रावधान

  1. विद्यालय स्तर पर एक ‘स्कूल वेलनेस टीम’ (SWT) का गठन किया जा सकता है, जिसमें प्रिंसिपल से लेकर सम्मिलित हर अन्य सदस्य असामान्य परिस्थितियों को संभालने में सक्षम हों।
  2. SWT में प्रिंसिपल, काउंसलर, टीचर, स्कूल मेडिकल ऑफिसर, स्टाफ नर्स अन्य सपोर्ट स्टाफ शामिल होंगे।
  3. SWT में सुधार नियमित रूप से किया जाएगा और हर साल इसके कार्यों का मूल्यांकन किया जाएगा।
  4. जब भी किसी छात्र या छात्रा में खुद को नुकसान (Self Harm) की प्रवृत्ति दिखती है तो इसके बारे में SWT को सूचित किया जाएगा। इसके बाद यह टीम उस स्टूडेंट के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।
  5. छात्रों को आत्महत्या न करने को लेकर जागरूकता बढ़ाने में मदद करने के लिए पूरे साल शिक्षकों के साथ-साथ परिवार के सदस्यों की भी मदद ली जाएगी।