Lok Sabha Elections: कांग्रेस ने इस बार ओम बिरला को उनके ही घर में घेरा

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कोटा। Lok Sabha Elections 2024: कोटा से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला हैट्रिक लगाने की तैयारी में है। कांग्रेस ने इस बार ओम बिरला को उनके ही घर में घेरा है। बीजेपी से आए दबंग गुर्जर नेता प्रहलाद गुंजल को टिकट दिया है। कांटे का मुकाबला है। इसलिए ओम बिरला के पास सत्ता विरोधी लहर की कोई काट नहीं है।

विपक्ष बिरला पर वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगा रहा है। एयरपोर्ट के मुद्दे पर घेर रहा है। हालांकि, ओम बिरला समर्थकों का कहना है कि राम मंदिर और मोदी के नाम का फायदा चुनाव में मिलेगा। सियासी जानकारों का कहना है कि कोटा आरएसएस का गढ़ माना जाता है। ऐसे में इस बार भी ओम बिरला को फायदा मिलेगा। कोटा सीट पर 15 उम्मीदवार मैदान में है। लेकिन कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है।

कोटा बूंदी लोकसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 20.88 लाख है। इनमें पुरुष मतदाता 10.73 और महिला मतदाता 10.15 हैं। जातिगत समीकरण की बात की जाए तो सबसे ज्यादा मुस्लिम मतदाता करीब 2.70 लाख है। इसके बाद मीणा मतदाता 2.25 लाख और ब्राह्मण 2.05 लाख है। गुंजल खुद गुर्जर जाति से आते हैं।

गुर्जर मतदाता भी इस सीट पर 1.90 लाख के आसपास है। ऐसे में अभी तक गुर्जर मतदाताओं को बीजेपी का कोर वोटर माना जाता रहा है। गुर्जर मतदाताओं की संख्या लाडपुरा, केशोरायपाटन, बूंदी और रामगंजमंडी विधानसभा में अधिक है। लेकिन प्रहलाद गुंजल खुद गुर्जर है। ऐसे में माना जा रहा है कि गुर्जर वोट कांग्रेस को मिल सकते है। इसके अलावा सचिन पायलट फैक्टर भी काम कर सकता है।

ओबीसी वोटर्स का बड़ा तबका निर्णाृयक रहेगा
कैटेगरी के अनुसार बात की जाए तो सबसे बड़ा तबका ओबीसी वर्ग का है. इसमें 5.80 लाख वोटर हैं, जिनमें सबसे बड़ा तबका गुर्जर वर्ग का 1.9 लाख है। इसके बाद माली 1.20 लाख और फिर 1.05 लाख धाकड़ मतदाता है। इसके अलावा कुम्हार, बंजारा, नाई, बैरागी, कश्यप, तेली, खाती, कुशवाहा, अहीर, यादव और जाट सहित कई जातियां हैं। दूसरे नंबर पर जनरल मतदाता 5.10 लाख है। इनमें 2.05 लाख ब्राह्मण मतदाता है। फिर वैश्य 1.15 लाख और राजपूत 1.10 लाख है। शेष में सिंधी, पंजाबी, कायस्थ और ईसाई है। तीसरे नंबर पर मतदाताओं की सबसे बड़ी तादाद अनुसूचित जाति की है। इनकी संख्या 4.6 लाख के आसपास है।