Kota Dussehra: आ डटा रावण का कुनबा, 14 घंटे में खड़ा कर पाए रावण को

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कोटा। Kota Dussehra 2023: राष्ट्रीय मेला दशहरा 2023 में रावण का कुनबा दहन स्थल पर आ डटा है। रावण का 75 फीट के पुतले को खड़ा करने के लिए सुबह 8 बजे से 100 मजदूर अनवरत अनथक लगे रहे। इसके बावजूद पुतलों को खडा करने का कार्य देर रात तक जारी रहा।

दूसरी ओर, निगम की ओर से मुख्य अभियंता प्रेमशंकर शर्मा के नेतृत्व में 4 एक्सईएन, 6 एईएन, 6 जेईएन समेत अभियंताओं की भी पूरी टीम दहन स्थल पर दिनभर डटी रही। आयुक्त अनुराग भार्गव, सारिका सिंह, मेला मजिस्ट्रेट भावना शर्मा, उपायुक्त जवाहरलाल जैन, दयावती सैनी, मेला प्रभारी एक्यू कुरेशी भी निरीक्षण करते हुए दिशा निर्देश देते नजर आए।

रावण का पुतला खडा करने के लिए मजबूत पेड़ा बनाया गया है। पेड़ा बनाने का काम रविवार शाम से शुरु हुआ था। जो सोमवार सुबह तक चला। पुतले के लिए नई सीढ़ी बनवाई गई है। पुतले को खड़ा करने के लिए दो क्रेन 33 टन और 15 टन का उपयोग किया गया। रावण को खड़ा करने के लिए 200 फीट बूम वाली बड़ी क्रेन का प्रयोग किया गया। जबकि कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों को 60 फीट बूम वाली छोटी क्रेन से स्थापित किया गया।

थ्री डी लुक में नजर आएगा रावण
इस बार रावण का पुतला रथ पर सवार नजर आएगा। रावण खड़ा होने के बाद उसकी झालर कुर्ते की तरह हिलती हुई नजर आएगी। इसकी सजावट में थ्री डी इफेक्ट डाला गया है। जो हर तरफ से एक सा नजर आएगा। वहीं हर बार की तरह रावण गर्दन घुमाने, तलवार चलाने, पलकें हिलाने, होंठ हिलाने जैसे मूवमेंट भी करेगा। मूछों पर ताव देते हुए अट्टहास करेगा।

रावण की धड़ घर जैसा लग रहा
रावण का पुतला टुकड़ों में दहन स्थल पर लाया गया। जिसमें 15 फीट का सिर, 35 फीट का धड़, 5 फीट का ताज, 20 फीट के पैर और 15 फीट का लहंगा लाया गया। रावण का धड़ जमीन पर लेटा हुआ ऐसे लग रहा था, जैसे किसी का घर हो। रावण की जूतियाँ नदी में तैरती नाव जैसी लग रही है। रावण की सुरक्षा में निगम के द्वारा बड़ी संख्या जवान तैनात किए गए हैं।

ग्रीन पटाखे लगाए, रिमोट से होगा दहन
इस बार पुतले में ग्रीन पटाखे लगाए गए हैं। वहीं रावण का पुतला पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर कार्य करेगा। जिससे रिमोट से पुतले की आतिशबाजी को नियंत्रित किया जा सकेगा। रिमोट सिस्टम से एक एक करके स्टेप बाय स्टेप मनोरंजक आतिशबाजी के साथ पुतला दहन होगा। इसमें रावण का पुतला मुँह से चिंगारी निकालेगा। इसके बाद नाक और कान से धुँआ उगलेगा। सिर पर स्काई शॉट के द्वारा आसमान में रोशनी होगी। सिर पर स्थित ताज में चकरी घूमेगी। एक हाथ में तलवार चमकेगी तो दूसरे हाथ में ढाल फूटेगी। कान की बालियों, कमर पेटी, जनेऊ और पेट में भी बारूद भरा गया है। गले की माला भी आतिशी नजारे के जलती हुई नजर आएगी। पुतले में चक्कर, फायर, स्मोक समेत बम लगाए जा रहे हैं।

पुतले की एक झलक पाने को पहुँच रहे लोग
रावण के सोमवार को दहन स्थल पर खड़े किए गए। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग रावण की एक झलक देखने के लिए आते रहे। हर कोई पुतले के साथ सेल्फी लेने की होड़ में था। हालांकि निगम प्रशासन की ओर से पुतले की सुरक्षा में जवान तैनात कर किए थे। जो पुतले के पास जाने से लोगों को रोक रहे थे।