Direct Tax Collection: अग्रिम कर संग्रह में 41% का उछाल

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नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष में अब तक देश का प्रत्यक्ष कर संग्रह (Direct Tax Collection) 13.63 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में निर्धारित 11.08 लाख करोड़ रुपये के लक्ष्य से कहीं अधिक है। इतना ही नहीं, यह एक फरवरी में पेश हुए वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में संशोधित अनुमान 12.50 लाख करोड़ से भी अधिक है। ये पिछले चार वर्षों में सबसे बढ़िया कर संग्रह है। देश में चालू वित्त वर्ष में अग्रिम कर (Advance Tax) के भुगतान में 41 फीसद की वृद्धि हुई है।

इसके साथ व्यक्तिगत और कंपनी आय से कर संग्रह चालू वित्त वर्ष में 48 फीसद से अधिक बढ़ा है। यह कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Pandemic) से प्रभावित अर्थव्यवस्था (Economy) में निरंतर जारी आर्थिक रिकवरी को दर्शाता है। आधिकारिक बयान के अनुसार, शुद्ध रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह चालू वित्त वर्ष में 16 मार्च, 2022 तक 13.63 लाख करोड़ रुपये रहा।

एक साल पहले 2020-21 की इसी अवधि में यह 9.18 लाख करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष में शुद्ध रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह महामारी-पूर्व 2019-20 के 9.56 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 35 फीसद अधिक है। इस श्रेणी में व्यक्तिगत आय पर कर, कंपनियों को होने वाले लाभ पर कर, संपत्ति कर, उत्तराधिकार कर तथा उपहार कर शामिल हैं।

40.75% बढ़ा एडवांस टैक्स कलेक्शन
बयान के अनुसार, अग्रिम कर संग्रह 40.75 फीसद बढ़कर 6.62 लाख करोड़ रुपये रहा। इसकी चौथी किस्त जमा करने की अंतिम तिथि 15 मार्च थी। वहीं, चालू वित्त वर्ष में कर वापसी (Refund) के रूप में कुल 1.87 लाख करोड़ रुपये जारी किये गये हैं। कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह में करीब 53 फीसद हिस्सेदारी कंपनी कर (Corporate Tax) की रही। जबकि 47 फीसद योगदान व्यक्तिगत आयकर (Income Tax) का है। इसमें शेयरों पर प्रतिभूति लेनदेन कर शामिल है।

48.41% बढ़ा डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन
बयान के अनुसार, ‘वित्त वर्ष 2021-22 के लिये प्रत्यक्ष कर संग्रह 16 मार्च, 2022 की स्थिति के अनुसार 48.41 फीसद बढ़कर 13,63,038.3 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले यानी 2020-21 की इसी अवधि में 9,18,430.5 करोड़ रुपये था।’ यह महामारी-पूर्व स्तर 2019-20 में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 9,56,550.3 करोड़ रुपये के मुकाबले 42.50 फीसद अधिक है। वहीं 2018-19 के 10,09,982.9 करोड़ रुपये के मुकाबले 34.96 फीसद अधिक है।

7,19,035 करोड़ रहा कॉर्पोरेट टैक्स
शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में कंपनी कर की हिस्सेदारी 7,19,035.0 करोड़ रुपये रही, जबकि प्रतिभूति लेनदेन कर समेत व्यक्तिगत आयकर 6,40,588.3 करोड़ रुपये रहा। बयान के अनुसार, सकल रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह (रिफंड के समायोजन से पहले) 2021-22 में (16 मार्च, 2022 तक) 15,50,364.2 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में 11,20,638.6 करोड़ रुपये था।

संचयी रूप से अग्रिम कर संग्रह
सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 2019-20 में 11,34,706.3 करोड़ रुपये और 2018-19 में 11,68,048.7 करोड़ रुपये था। बयान के अनुसार, संचयी रूप से अग्रिम कर संग्रह 2021-22 में 16 मार्च, 2022 तक 6,62,896.3 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 2020-21 की इसी अवधि में 4,70,984.4 करोड़ रुपये था। यह 2019-20 में 4,40,281.4 करोड़ रुपये के मुकाबले 50.5 फीसद अधिक है। वहीं, 2018-19 के 5,06,714.2 करोड़ रुपये के मुकाबले 31 फीसद अधिक है।