कोटा के नए अस्पताल के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में लगा एक और ऑक्सीजन प्लांट

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कोटा। शहर के नए अस्पताल परिसर में स्थित सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में एक और ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट शुरू हो गया है। इंस्टाॅलेशन के बाद शुक्रवार को इस प्लांट से एसएसबी की लाइनें कनेक्ट कर दी गई। इस प्लांट में रोजाना 100 सिलेंडर का प्राेडक्शन होगा। यहां 100 सिलेंडर क्षमता वाला प्लांट पहले से है, अब इस विंग में 200 सिलेंडर रोजाना क्षमता के दो प्लांट हो गए हैं।

वहीं, एसएसबी में पीएमएसएसवाई योजना के तहत विंग में बायोकेमेस्ट्री संबंधी जांचों के लिए 59 लाख रुपए लागत से दो ऑटो एनालाइजर आए हैं। एचओडी डॉ. गुलाब कंवर ने बताया कि ये 1000 टेस्ट प्रति घंटे की क्षमता वाले फुली ऑटोमेटेड एनालाइजर हैं। अब तक हमारे पास अधिकतम 640 टेस्ट क्षमता के एनालाइजर है। इसमें हमारे विभाग से जुड़ी सभी तरह की जांचें ज्यादा हो सकेगी। इन दोनों एनालाइजर पर ग्लूकोज, यूरिया, लिपिक प्रोफाइल, कोलेस्ट्रोल, एंजाइम्स जैसे टेस्ट कम समय में हो सकेंगे।

1.15 करोड़ में लगा ऑक्सीजन प्लांट
अधीक्षक डॉ. नीलेश जैन ने बताया कि आपदा प्रबंधन मद से 1.15 करोड़ की लागत से यह प्लांट लगाया है। यह 30 क्यूबिक मीटर का प्लांट है, जो रोज 100 सिलेंडर का प्राेडक्शन करेगा। सरकार की नीति के तहत कोटा मेडिकल कॉलेज अब ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनने की ओर से बढ़ रहा है, पहले जहां एक-एक प्लांट हुआ करते थे, वहां आने वाले दिनों में दो से तीन प्लांट हो जाएंगे। एसएसबी विंग डेढ़ साल से कोविड में यूज की जा रही है, मरीज कम होने पर नॉन कोविड विभागों के ओपीडी शुरू किए हैं।