जयपुर। राजस्थान सरकार ने बुधवार 16 जून से प्रदेश के सभी स्मारकों और संग्रहालयों को खोलने के आदेश जारी किए हैं। सरकार के इस निर्णय के बाद अब सभी किले, स्मारक आदि जगहों पर पर्यटकों की चहल-कदमी एक बार फिर हो सकेगी। इसके साथ ही इनसे जुड़े लोग जो पिछले दो माह से बेरोजगार बैठे हैं, उनके रोजगार का पहिया फिर चलने लगेगा। आमेर महल में प्रसिद्ध एलीफेंट सफारी का भी पर्यटक मजा ले सकेंगे।
निदेशालय पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग राजस्थान ने मंगलवार को इस संबंध में आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत ये सभी स्मारक और संग्रहालय सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक खुलेंगे। वीकेंड कर्फ्यू के दिन ये बंद रहेंगे। संग्रहालय में आने वाले पर्यटकों को कोविड गाइडलाइन की पालना करनी होगी। जयपुर की बात करें तो यहां नाहरगढ़, जयगढ़, आमेर, जंतर-मंतर, अल्बर्ट हॉल सहित कई ऐसे ऐतिहासिक स्थल हैं जहां बड़ी संख्या में घरेलू और विदेशी पर्यटक आते हैं। कोरोना के कारण पिछले डेढ़ साल से यहां विदेशी पर्यटक तो नहीं आ रहे, लेकिन बीच में राज्य व देश के दूसरे राज्यों से पर्यटक जरूर आए थे।
16 अप्रैल को किए थे बंद
कोरोना की दूसरी लहर जब तेजी से देश में फैल रही थी, तब प्रशासन ने प्रदेश में सभी पर्यटन स्थलों को बंद करने के आदेश जारी किए थे। उस समय राजस्थान में 5-7 हजार संक्रमित केस प्रतिदिन आ रहे थे। अब पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ती जा रही है और राज्य में भी इसका असर बहुत कम हो गया है। वर्तमान में पूरे राजस्थान में अब हर रोज कोरोना के 200 से 300 केस आ रहे है। इसे देखते हुए सरकार ने इन्हें फिर से खोलने का फैसला किया है।
आमेर में फिर होगी हाथी की सवारी
जयपुर के आमेर महल में सुप्रसिद्ध एलीफेंट सफारी को भी सरकार ने फिर से शुरू करने के अनुमति दी है। दिल्ली रोड कुण्डा के पास स्थित हाथी गांव में 90 से अधिक हाथी है, जिन्हें पालने वाले महावताें के लिए आजीविका चलाना मुश्किल हो रहा था। सरकार के इस फैसले से न केवल इन महावत परिवारों को बल्कि पर्यटन स्थल के आस-पास होटल, ढाबे व अन्य व्यापारियों को भी राहत मिलेगी।