मुंबई। कोरोना महामाही से बुरी तरह प्रभावित इकोनॉमी में सुधार को लेकर कई अनुमान जारी किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में मूडीज ने भी अपना अनुमान जारी कर दिया है। रेटिंग एजेंसी के मुताबिक अगले दो फाइनेंशियल इयर में GDP में पॉजिटिव ग्रोथ की संभावना है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत की GDP मार्च 2022 को समाप्त फाइनेंशियल इयर में 9.3% बढ़ेगा। उसके अगले फाइनेंशियल इयर 2022-23 में GDP ग्रोथ 7.9% रहने का अनुमान है।
मूडीज को उम्मीद है कि चालू तिमाही यानी अप्रैल-जून के दौरान आर्थिक गतिविधियों की रफ्तार धीमी रह सकती है, जो आगे चलकर सुधरेगी। साथ ही महंगाई भी काबू में रहने की संभावना है। इससे फाइनेंशियल इयर में GDP ग्रोथ 9.3% रह सकती है। हालांकि 2020-21 में यह 7.3% गिर गया। महामारी से नई आर्थिक मुश्किलें उभर कर आई हैं। ऐसे में रियल GDP ग्रोथ औसतन करीब 6% रह सकती है।
SBI के इकोनॉमिस्ट ने भी मंगलवार को GDP ग्रोथ पर अनुमान जारी किया है। इसके तहत 2021-22 में ग्रोथ दर 7.9% रहने का अनुमान है। इससे पहले इसी फाइनेंशियल इयर के लिए GDP ग्रोथ 10.4% रहने का अनुमान दिया गया था।
वैक्सीनेशन पर रहेगी नजर
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक का मानना है कि कोरोना की दूसरी लहर से संक्रमण दर तेजी से बढ़ा, जिससे इकोनॉमी पर बुरा असर पड़ा है। अब आगे देश में वैक्सीनेशन के स्थिति से ग्रोथ की चाल पर असर पड़ेगा।
इकोनॉमी में ‘W’ शेप रिकवरी
साथ ही इंटरनेशनल मार्केट में कमोडिटीज प्राइसेस बढ़ने से भी GDP ग्रोथ की रफ्तार धीमी पड़ सकती है। ऐसे में इकोनॉमी में’W’ शेप की रिकवरी देखने को मिल सकती है।
कोरोना से प्रमुख शहरों के हालात बिगड़े
अर्थशास्त्रियों के मुताबिक टीयर-2 शहरों के हालात ज्यादा बिगड़े, जिसमें गुजरात, हरियाणा, झारखंड, केरल, राजस्थान और उत्तराखंड शामिल हैं। ये राज्य देश की कुल GDP में बढ़ी हिस्सेदारी रखते हैं।