जिनको वैक्सीन की पहली डोज लगी है, उन्हें प्राथमिकता से लगेगी दूसरी डोज

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कहा है, जिन लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज ली है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर दूसरी डोज दी जाएगी, इसके लिए राज्यों से भी कहा गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अगले 3 दिनों में 7 लाख से अधिक अतिरिक्त कोविड वैक्सीन की खुराक प्राप्त होगी। अब तक देश में 17 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि इस संबंध में राज्यों को भारत सरकार के चैनल से कम से कम 70 फीसद टीके (दूसरी कीमत के लिए) मुफ्त में दिए जा सकते हैं और पहली खुराक के लिए शेष 30 फीसद।

मंत्रालय ने बताया कि केंद्र सरकार की तरफ से अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 17.93 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं। अगले तीन दिनों के भीतर इन्हें 7 लाख अतिरिक्त डोज दे दी जाएंगी। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास अभी 1.04 करोड़ डोज उपलब्ध हैं।

भारत में टीकाकरण की रफ्तार दुनिया में सबसे तेज है। भारत ने 114 दिनों में 17 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए हैं, जबकि अमेरिका को इतने टीके लगाने में 115 और चीन को 119 दिन लगे थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी।

मंत्रालय ने बताया कि सोमवार रात आठ बजे तक मिली अस्थायी रिपोर्ट के मुताबिक देश भर में कोरोना रोधी वैक्सीन की अब तक कुल 17 करोड़ 26 लाख 33 हजार 761 डोज लाभार्थियों को लगाई जा चुकी हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान 24,30,017 डोज लगाई गईं। इनमें से 10,47,092 लाभार्थियों को पहली और 13,82,925 को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गईं।

मंत्रालय ने बताया कि टीका लगवाने वाले लाभार्थियों में 45-60 आयुवर्ग के 5.54 करोड़ को पहली और 71.73 लाख लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा चुकी हैं। वहीं, 60 साल से ज्यादा उम्र के 5.38 करोड़ लोगों को पहली और 1.56 करोड़ लोगों को दूसरी डोज भी अब तक लगाई जा चुकी हैं। इसके अलावा 95.63 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को पहली और 65.05 लाख को दूसरी और 1.40 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहली और 78.51 लाख को टीके की दूसरी डोज दी जा चुकी हैं।

टीका लगवाने वालों में 18-44 आयुवर्ग के 25.52 लाख लोग भी शामिल हैं। इनमें महाराष्ट्र के 5.10 लाख, राजस्थान के 4.11 लाख, दिल्ली के 3.66 लाख, गुजरात के 3.23 लाख, हरियाणा के 2.93 लाख, बिहार के 1.77 लाख, उत्तर प्रदेश के 1.66 लाख और असम के 1.06 लाख लोग शामिल हैं।