जयपुर। राजस्थान की गहलोत सरकार कोरोना से जंग हार गई है। चाहे ऑक्सीजन की बात हो या दवा की या फिर वेक्सिनेशन की। हर मोर्चे पर विफल सरकार कोरोना मरीजों का इलाज भी ठीक से नहीं कर पा रही है।
अशोक गहलोत शासन खुद चला रहे हैं, परन्तु सारी जरूरतों के लिए केंद्र की मोदी सरकार के आगे हर समय झोली फैलाते नजर आते हैं, एक बार फिर गहलोत ने मोदी जी से 18+ वालों के लिए फ्री वेक्सिनेशन की मांग की है।
राजस्थान में 18 साल से अधिक उम्र वालों का वैक्सीनेशन आज से शुरू जरूर हो गया, लेकिन मांग के मुताबिक वैक्सीन नहीं मिली है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर पीएम मोदी से 18 से 44 साल एजग्रुप वालों के फ्री वैक्सीनेशन की घोषणा करने की मांग की है। गहलोत ने इससे पहले भी पीएम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में और चिट्ठी लिखकर यह मांग की थी। राजस्थान में शनिवार को केवल जयपुर, जोधपुर, अजमेर में ही 18 साल से ज्यादा वालों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ है। सीरम इंस्टीट्यूट से रात को 3 लाख डोज ही मिली है।
गहलोत ने सोशल मीडिया पर लिखा- आज से 18 साल से ज्यादा एजग्रुप वालों को वैक्सीन लगना शुरू हो रही है। पीएम मोदी जी से निवेदन करता हूं कि इस आयुवर्ग समेत सभी को फ्री कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करवाने की घोषणा करें। इससे जल्द से जल्द और अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लग सके।
हमारे देश में 12 टीके मुफ्त लगाए जाते हैं
गहलोत ने आगे लिखा है -हमारे देश में बचपन से लेकर बड़े होने तक BCG, पोलियो (IPV और OPV), हेपिटाइटिस बी, पेंटावेलेंट, रोटावाइरस, मीजल्स, रूबेला, जापानी बुखार, DPT, टिटनेस और न्यूमोकोकल वैक्सीन समेत 12 टीके मुफ्त शुल्क लगाए जाते हैं। इसी का परिणाम है कि अधिकाधिक बच्चे इन बीमारियों से सुरक्षित हो पाते हैं। अमेरिका जैसे पूंजीपति देश ने भी अमीरों सहित सभी को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध करवाई है। जिससे टीकाकरण अभियान की सफलता सुनिश्चित हो जाती है। मैं प्रधानमंत्री जी से निवेदन करता हूं कि भारत में भी कोरोना के निशुल्क टीकाकरण करने की घोषणा करें जिससे सभी को टीका लग सके।
कल पीएम से ऑक्सीजन और दवाओं की मांग की थी
गहलोत ने कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ कल शुक्रवार को केंद्र सरकार से राजस्थान की मदद करने की अपील की थी। गहलोत ने सोशल मीडिया पोस्ट करके केंद्र से सहायता की मांग की थी। गहलोत ने सोशल मीडिया पर लिखा था- हमारा प्रयास है कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर कोविड महामारी का मुकाबला करें। ऑक्सीजन और दवाइयों की कमी बेहद व्यथित करने वाली है।
हम केंद्र सरकार से बार-बार निवेदन कर रहे हैं कि अन्य राज्यों और विदेशों से मदद लेकर राजस्थान और अन्य राज्यों की भी सहायता करें। एक्टिव केसेज के आधार पर आज प्रदेश को 466 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है लेकिन फिलहाल सिर्फ 265 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ही मिल पा रही है। यानी करीब 201 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की कमी है।