ICICI बैंक को 4403 करोड़ का मुनाफा, पिछले वर्ष से साढ़े तीन गुना ज्यादा

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नई दिल्ली। ICICI बैंक को वित्त वर्ष 2020-21 के अंतिम तिमाही में 4,403 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ जो पिछले साल के इसी क्वॉर्टर से 261% ज्यादा है। बैंक ने दो रुपए प्रति शेयर का डिविडेंड देने का भी ऐलान किया है। 2019 में बैंक ने एक रुपया जबकि 2018 में 1.5 रुपए प्रति शेयर का डिविडेंड दिया था।

दिग्गज प्राइवेट बैंक को पिछले साल के मार्च क्वॉर्टर में 1,221.40 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ था। एनालिस्टों ने बैंक को इस साल के पिछले क्वॉर्टर में लगभग 5,000 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट होने का अनुमान दिया था। जानकारों के मुताबिक बैंक का नेट प्रॉफिट अनुमान से कम रहने की वजह ज्यादा टैक्स देनदारी है।

बैंक को 10,431 करोड़ रुपए की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) हुई जो साल भर पहले के मार्च क्वॉर्टर से 17% ज्यादा है। बैंक बॉरोअर्स से वसूल किए जाने वाले कुल ब्याज के मुकाबले जितना कम ब्याज डिपॉजिटर्स को देता है, वह उसका NII होता है। पिछले साल के मार्च क्वॉर्टर में बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम 8,927 करोड़ रुपए थी। बाजार के जानकारों ने इसके इस साल 10,300 करोड़ रुपए रहने का अनुमान दिया था।

इस दौरान बैंक की फीस इनकम 6% बढ़कर 3,815 करोड़ रुपए हो गई जो साल भर पहले 3,598 करोड़ रुपए थी। बैंक ने बीएसई को दी जानकारी में कहा कि उसको 77% फीस इनकम रिटेल सेगमेंट से हासिल हुई है। इस दौरान बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 3.84% रहा जो दिसंबर क्वॉर्टर में 3.67% था। बैंक का NIM साल भर पहले के मार्च क्वॉर्टर में 3.87% रहा था। बैंक ने बताया कि इस दौरान उसका ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग एसेट (NPA) 4.96% रहा जो दिसंबर क्वॉर्टर में 5.42% था।

बैंक ने मार्च क्वॉर्टर के लिए 2,883 करोड़ रुपए का नेट प्रोविजन किया है। इसमें 1,000 करोड़ रुपए का प्रोविजन उसने कोविड के चलते होने वाले बैड लोन के लिए किया है। बैंक की प्रोविजनिंग पिछले साल के इसी क्वॉर्टर की लगभग आधी है। बैंक ने पिछले साल इसी क्वॉर्टर में 5,967 करोड़ रुपए की प्रोविजनिंग की थी। बैंक के मैनेजमेंट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘कोविड की दूसरी लहर के चलते कारोबार थोड़ा सुस्त है लेकिन बैंक ने बैलेंसशीट को मजबूत बनाया है। लोन पोर्टफोलियो इंडस्ट्री में बेस्ट लेवल का है।’

ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी ने बैंक के शेयरों के लिए 700 रुपए का टारगेट प्राइस तय किया था। नोमुरा ने 665 रुपए जबकि एचएसबीसी ने 630 रुपए का टारगेट दिया था। बैंक के शेयरों के लिए सबसे कम टारगेट प्राइस बर्नस्टीन ने 610 रुपए का दिया था। बैंक का शेयर शुक्रवार को 1.57% की कमजोरी के साथ 570.05 रुपए पर बंद हुआ था जबकि एनएसई पर यह 1.60% गिरकर 569.95 रुपए पर रहा था।

बैंक में बड़े घरेलू निवेशकों का भरोसा घटा
जहां तक बैंक के शेयरों पर बड़े निवेशकों के भरोसे की बात है तो उसमें मिला-जुला रुख रहा है। इसमें म्यूचुअल फंड्स का निवेश घटकर मार्च 2021 में 26.07% रह गया जो दिसंबर 2020 में 26.35% था। इस दौरान एलआईसी ने भी इसमें अपना निवेश 8.4% से घटाकर 8.23% कर लिया। हालांकि विदेशी निवेशकों ने बैंक पर भरोसा बढ़ाया और इसमें अपनी हिस्सेदारी 47.43% से बढ़ाकर 47.78% कर ली।