मुंबई। अपनी कुर्सी छीनने के डर से महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के खिलाफ प्रांरभिक जांच के आदेश दिए हैं जिसका मुख्य उद्देश्य यह जानना है कि मुकेश अंबानी की सुरक्षा को खतरे के मामले में एनआईए द्वारा गिरफ्तार किये गए निलंबित सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे जैसे अधिकारी सिंह के मातहत काम करते हुए भ्रष्ट कैसे बन गए।
एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि सुरक्षा को खतरे के मामले में मुंबई पुलिस द्वारा राज्य के गृह विभाग को एक रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद प्रारंभिक जांच (पीई) का आदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच का आदेश एक अप्रैल को जारी किया गया था।
प्रारंभिक जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि क्या दक्षिण मुंबई में 25 फरवरी को मुकेश अंबानी के घर के बाहर एक गाड़ी से विस्फोटक मिलने के मामले में सिंह द्वारा राज्य सरकार को सौंपी गई जांच रिपोर्ट में किसी तरह की लापरवाही तो नहीं हुई।
जांच यह भी सुनिश्चित करेगी कि क्या सिंह द्वारा उनके आधीन काम कर रहे वाजे के नियंत्रण करने के मामले में दायित्व के निर्वहन में किसी तरह की लापरवाही बरती गई या फिर अखिल भारतीय सेवा (आचरण) नियमों का उल्लंघन तो नहीं हुआ। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजय पांडेय को जांच करने का निर्देश दिया गया है।