नई दिल्ली। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा है कि अगले वित्त वर्ष 2021-22 में भारत सबसे तेजी से बढ़ती उभरती अर्थव्यवस्थाओं में शुमार होगा। अगले वित्त वर्ष में यहां की अर्थव्यवस्था में 10 फीसद की दर से वृद्धि का अनुमान है। एसएंडपी के डायरेक्टर, सॉवरेन एंड इंटरनेशनल पब्लिक फाइनेंस रेटिंग्स एंड्र्यू वुड ने कहा कि 2021 में भारत को लेकर अनुमान बेहतर हैं। पिछले साल रुकी पड़ी कई आर्थिक गतिविधियों के पटरी पर लौटने का अनुमान है। इससे विकास को लेकर अनुमान मजबूत हुआ है। इसके साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था में संरचनात्मक मजबूती भी दिख रही है।
एक वेबिनार के दौरान भारत के परिदृश्य पर वुड ने कहा, ‘उभरते बाजारों में भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से होगा। इस साल भारत की अर्थव्यवस्था में गिरावट तेज रही है। दुनिया के कई देशों की तुलना में इसे ज्यादा कह सकते हैं। लेकिन अगले साल 10 फीसद की विकास दर का अनुमान है, जो भारत को सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में ले आएगा। अहम बात यह भी है कि अभी अगले कुछ वर्षों के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था में छह फीसद या इससे ज्यादा की विकास दर यहां रहने का अनुमान है।’
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में मैन्यूफैक्चरिंग, सर्विस, लेबर मार्केट और रेवेन्यू डाटा हर मोर्चे पर सुधार दिख रहा है। राजकोषीय घाटा इस बार ज्यादा खर्च के कारण लक्ष्य से बहुत ऊपर निकल सकता है, लेकिन आगे सरकार ने इस पर नियंत्रण की बात कही है। वुड ने कहा कि अगर सुधार की गति अनुमान से बहुत कम रही तो रेटिंग के मोर्चे पर चिंता की बात रह सकती है। बहुत कुछ घाटे के स्तर और सरकार के कर्ज के स्तर पर निर्भर करेगा। एसएंडपी ने दो बैंकों के निजीकरण के सरकार के कदम को सराहनीय बताया है।