कोचिंग छात्रों को स्टेशनरी से डॉक्टर तक की सुविधा हॉस्टल में ही ऑनकॉल मिलेगी

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कोटा। शहर पुलिस ने कोचिंग सिटी काे केयर सिटी बनाने की पहल की है। कोचिंग छात्रों को अब हर सुविधा हाॅस्टल में उपलब्ध की जाएगी, उन्हें बाहर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उनकी जरूरत का हर सामान पहुंचाने के लिए शहर एकजुट हो गया है। छात्रों को नाश्ता, स्टेशनरी सामान, चाय, जूस, बेकरी, इलाज, कपड़ाें की धुलाई या फिर बाल कटवाने की सुविधा एक फाेन पर ही मिल जाएगी।

कोविड-19 के दौर में छात्रों को हाॅस्टल से कम से कम बाहर जाना पड़े इसलिए यह काम शहर पुलिस ने अपने हाथों में लिया है। सबसे पहले महावीर नगर थाना पुलिस ने उनके इलाके में आने वाले 50 हॉस्टलों में यह सुविधा शुरू करवा दी है। डिलीवरी बॉय को भी कोरोना प्रोटाेकॉल की पालना करनी होगी। कोचिंग खुलने के बाद देशभर से लगभग 50 हजार छात्र कोटा आ चुके हैं।

बीट कांस्टेबल रखेंगे ख्याल
पुलिस ने हॉस्टलों में थाने और कंट्रोल रूम के नंबर चस्पा किए हैं। इस योजना में कोई भी समस्या आने पर या किसी भी अन्य जरूरत पर बच्चे पुलिस से 24 घंटे मदद ले सकेंगे। व्यापारियों और बच्चों के बीच कोऑर्डिनेशन की जिम्मेदारी थाने के संबंधित बीट कांस्टेबल को निभानी होगी। वहीं, इलाके के सीआई और डीएसपी द्वारा इस पूरी व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जाएगी। हॉस्टलों अथवा सीएलजी की मीटिंग में उनसे समय-समय पर इसके बदलाव करने और ज्यादा अच्छा बनाने के लिए फीडबैक लिया जाएगा।

कोचिंग खोलने के समय राज्य सरकार और गृह विभाग ने एसओपी जारी करके हर तरह से बच्चों की जरूरतों का ख्याल रखने के लिए कहा था। इसके बाद एसपी डॉ. विकास पाठक ने क्राइम मीटिंग बुलाई थी। इसी दौरान एसपी पाठक को यह आइडिया क्लिक हुआ और उन्होंने सभी थानाधिकारियों व अन्य अधिकारियों को टास्क दिया था। अब प्रशिक्षु आरपीएस और महावीर नगर के तत्कालीन सीआई मृत्युंजय मिश्रा ने पूरे प्रोजेक्ट को धरातल पर उतार दिया है।

25 वस्तुएं ऑन कॉल मिलेगी
छात्रों को 24 घंटे उनकी जरूरत की 25 वस्तुएं ऑन कॉल मिलेगी। इनमें न्यूज पेपर, चाय, पोहा, कचाैरी, समोसा, मिठाई, डेयरी प्रोडेक्ट, खाना, भोजन, बेकरी फूड, फल, जूस, फास्ट फूड, किराने का हर सामान, कॉपी, किताब, पेंसिल से लेकर स्टेशनरी का हर आइटम, स्टोरी बुक्स, साइबर कैफे से संबंधित चीजें, हर तरह की दवा के अलावा डॉक्टर व नर्स भी उपलब्ध रहेंगे।