नई दिल्ली। GST वसूली पर कोरोना महामारी का असर खत्म हो चुका है। अब इससे होने वाली कमाई ने पूरी रफ्तार पकड़ ली है। जनवरी में सरकार को GST से अब तक की सबसे ज्यादा करीब 1.2 लाख करोड़ रुपए की कमाई हुई है। यह दिसंबर की 1.15 लाख करोड़ रुपए की रिकॉर्ड कमाई से भी ज्यादा है। जबकि, पिछले साल के मुकाबले यह 8% ज्यादा है।
पिछले 4 महीने से सरकार GST से 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का रेवेन्यू हासिल कर रही है। सरकार ने कहा कि फर्जी बिल रोकने की कवायद, GST, इनकम टैक्स और कस्टम आईटी सिस्टम के डाटा का विश्लेषण और अधिकारियों के कड़े कदम के चलते पिछले कुछ महीनों से वसूली में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
CGST से 21 हजार 923 करोड़ रुपए की वसूली
सरकार ने कहा कि 31 जनवरी 2021 को शाम 6 बजे तक महीनेभर की वसूली 1 लाख 19 हजार 847 करोड़ रुपए रही। इसमें से CGST (केंद्रीय GST) वसूली का हिस्सा 21 हजार 923 करोड़ रुपए और SGST (स्टेट GST) वसूली का हिस्सा 29 हजार 014 करोड़ रुपए रहा। IGST (इंपोर्ट GST) वसूली का हिस्सा 60 हजार 288 करोड़ रुपए का रहा, जिसमें 27 हजार 424 करोड़ रुपए की वसूली आयातित वस्तुओं से हुई। सेस से 8 हजार 622 करोड़ रुपए की वसूली हुई, जिसमें आयातित वस्तुओं से हासिल 883 करोड़ रुपए की सेस वसूली भी शामिल है।
कुल 90 लाख GSTR-3B रिटर्न दाखिल
जनवरी महीने में 31 जनवरी 2021 तक कुल 90 लाख GSTR-3B रिटर्न दाखिल किए गए। सरकार ने रेगुलर सेटलमेंट के रूप में IGST से CGST में 24 हजार 531 करोड़ रुपए का और SGST में 19 हजार 371 करोड़ रुपए का सेटलमेंट किया है। रेगुलर सेटलमेंट के बाद जनवरी 2021 में केंद्र सरकार को CGST से कुल 46 हजार 454 करोड़ रुपए और सभी राज्यों को SGST से कुल 48 हजार 385 करोड़ रुपए की कमाई हुई।
5 महीने से वसूली में लगातार बढ़ोतरी
पिछले 5 महीने से GST की वसूली में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जनवरी 2021 में जनवरी 2020 के मुकाबले वसूली 8% फीसदी बढ़ी। जनवरी 2020 में भी वसूली 1.1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा रही थी। पिछले महीने वस्तुओं के आयात से हुई वसूली साल दर साल आधार पर 16% ज्यादा और घरेलू ट्रांजेक्शन (सेवाओं के आयात सहित) से हुई वसूली साल-दर-साल आधार पर 6% ज्यादा रही है। इस कारोबारी साल की दूसरी छमाही के पहले 4 महीने में GST रेवेन्यू का साल-दर-साल ग्रोथ रेट 8% रहा है। जबकि, इस कारोबारी साल की पहली छमाही में GST रेवेन्यू साल-दर-साल आधार पर 24% गिर गई थी।