कोरोना से बचाव के लिए कोटा व्यापार महासंघ की जनजागृति मुहिम जारी रहेगी

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कोटा। कोटडी व्यापार संघ की ओर से रविवार को कोटा में स्कूल कोचिंग खुलने एवं नाइट कर्फ्यू के हटने के बाद की स्थितियों के आकलन करने के लिए बैठक एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कोटडी व्यापार संघ के सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने कोरोना काल में किए गए जनहित एवं जनजागृति के कार्यों को लेकर कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन, महासचिव अशोक माहेश्वरी और सचिव आबिद कागजी का साफा पहनाकर सम्मान किया गया।

समारोह में कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि अभी कोरोना गया नहीं है। नाइट कर्फ्यू, स्कूल एवं कोचिंग खुलने के साथ ही कोटा शहर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है, जो चिंता का विषय है। भारी मात्रा में लोगों के आवागमन को देखते हुए हम सभी को मिलकर इसे नियंत्रित करना होगा। लापरवाही बिल्कुल भी नहीं बरती जाए। इन्हीं हालातों को लेकर कोटा व्यापार महासंघ ने पुनः पूरे शहर में जनजागृति अभियान चलाया है। साथ ही हमारी 150 संस्थाओं के पदाधिकारियों को आह्वान किया है कि वह जब तक शहर पूर्णतया कोरोना मुक्त नहीं हो जाए तब तक किसी भी प्रकार की ढिलाई ना बरतें एवं पूर्ण रूप से कोरोना गाइडलाइन की पालना करें।

महासचिव माहेश्वरी ने कोटडी व्यापार संघ द्वारा किए गए सम्मान को लेकर कहा कि जनसेवा एवं जनजागृति चलाना सम्मान का विषय नहीं है, यह हमारी शहर एवं जनता के प्रति जिम्मेदारियों का निर्वहन मात्र था। माहेश्वरी ने सभी व्यापारियों को आह्वान किया है कि आने वाले दो माह हम सभी के लिए परीक्षा की घड़ी है। हम लोगों को यह नहीं समझना चाहिए की नाइट कर्फ्यू खुलने से राहत मिली है। अगर किसी भी प्रकार की लापरवाही के चलते पुनः कोरोना का फैलाव बढ़ गया तो स्थितियां और विकट हो सकती है। इसलिए हमें कोरोना गाइड लाइन एवं जनजागृति की पालना स्वयं अपने ग्राहकों के साथ-साथ जन-जन में पैदा करनी है, ताकि शहर को पूर्णतया कोरोना मुक्त बनाया जा सकता है।

कोटडी व्यापार संघ के अध्यक्ष आबिद कागजी ने कहा की व्यापार महासंघ की पहल पर कोटा की सभी 150 संस्थाओं ने 11 माह के कोरोनाकॉल में की गई जन सेवा एवं जन जागृति का अनूठा उदाहरण पूरे राजस्थान में पेश किया है। किसी को भूखा नहीं रहने के लिए चलाये गए अभियान में व्यापार महासंघ ने लाखों भोजन के पैकेट, राशन के किट, मास्क एवं सैनिटाइजर पहुंचाए। नो मास्क–नो एंट्री के हजारों पोस्टर पूरे शहर में लगवा कर एक बेमिसाल कार्य किया है।