आपका चेहरा देखकर चलेगा अब ATM, जानें कैसे काम करेगी टेक्निक

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नई दिल्ली। तकनीकी कंपनी इंटेल ने एक नया फेशियल रिकग्निशन सिस्टम पेश किया है जिसका नाम RealSense ID है। यह तकनीक यूजर्स के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी। यह यूजर के चेहरे को पहचानेगी और किसी भी स्मार्ट डिवाइस को तुरंत अनलॉक कर देगी। इंटेल ने इस तकनीक को बनाने में एक्टिव डेप्थ सेंसर का इस्तेमाल किया है। साथ ही दावा भी किया है कि इस तकनीक जरिए यूजर की गलत पहचान नहीं की जाएगी। यह तकनीक पूरी तरह से सुरक्षित और सटीक है।

फेस आईडी सिस्टम किया जा सकेगा इस्तेमाल: इंटेल द्वारा लॉन्च किया गया फेस आईडी सिस्टम कई डिवाइसेज के साथ काम करेगा। इसमें स्मार्ट लॉक, एटीएम, गेट कंट्रोल आदि शामिल हैं। इसका सीधा मतलब यह है कि अगर आप स्मार्ट लॉक, एटीएम या गेट कंट्रोल को अनलॉक करना चाहते हैं तो आप इस तकनीक का सहारा ले सकते हैं। कंपनी के मुताबिक, इसकी बिक्री वर्ष के पहले क्वार्टर में शुरू की जाएगी। इसे भारत के अलावा कई अन्य देशों में भी बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाता है।

यूजर्स के लिए कैसे है फायदेमंद : इस तरीके के जरिए व्यक्ति की आईडी चोरी होने का खतरा कम हो जाएगा। क्योंकि वर्तमान में जो ट्रेडिशनल ऑथेंटिकेशन का तरीका अपनाया जाता है उससे यूजर की आईडी चोरी होने का खतरा बना रहता है। कंपनी का कहना है कि इस तकनीक के जरिए यह भी एडॉप्ट किया जा सकेगा कि यूजर के चेहरे में समय-समय पर क्या बदलाव हो रहा है। अगर व्यक्ति के मुंह पर दाढ़ी या मूंछ आ गई हैं तो भी यह तकनीक व्यक्ति के चेहरे को पहचान लेगी। इस तकनीक के लिए यूजर को किसी दूसरे नेटवर्क की आवश्यकता नहीं होगी। इसमें यूजर का चेहरा पूरी तरह से एन्क्रिप्टेड होगा।

अगर ATM की बात की जाए तो बाहर के देशों में ऐसी तकनीकें लागू कर दी गई हैं कि बिना फेशियल रिक्गनीशन के कोई भी व्यक्ति ATM में एंट्री नहीं कर पाएगा। भारत में यह तकनीक कब तक लाई जाएगी इसकी जानकारी फिलहाल नहीं है। ऐसे में अगर नए फेशियल रिकग्निशन सिस्टम RealSense ID की बात की जाए तो यह उन लोगों को ATM या किसी अन्य जगहों पर जहां इसे इस्तेमाल किया जा सकता है, में एंट्री नहीं देगा जो फोटोग्राफ्स, वीडियोजी और मास्क के जरिए एंट्री करना चाहते हैं। ऐसे में लोगों की यूजर की आईडी चोरी होने का खतरा कम हो जाएगा। इसके अलावा कोई भी हैकर किसी भी यूजर की कार्ड की क्लोनिंग नहीं कर पाएगा।

जानें फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम के बारे में: यह एक ऐसा ये बायोमेट्रिक सिस्टम है जो चेहरे, आंख, मुंह के कॉम्बिनेशन से व्यक्ति की पहचान करता है। व्यक्ति के आंख और मुंह का कॉम्बिनेशन खासतौर से लिया जाता है जिससे उसके चेहरे की एक 3D इमेज बनाई जाती है और फिर उसे डाटाबेस में सेव किया जाता है। बता दें कि फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम का आविष्कार अमेरिका के वैज्ञानिकों वूडी ब्लेडसोए, हेलेन चान वूल्फ और चाल्र्स बाइसन ने किया था।

अगर इसकी कीमत की बात करें तो इस डिवाइस की कीमत 99 डॉलर यानी करीब 7,300 रुपये होगी। यह इसके F455 पेरीफेरल की है। वहीं, इसके F450 मॉड्यूल 10-पैक की कीमत 750 डॉलर यानी करीब 55,100 रुपये होगी। इसकी बुकिंग शुरू हो गई हैं। इसकी डिलीवरी मार्च के पहले सप्ताह में की जाएगी।