नई दिल्ली। कोरोना से जंग में देश एक और कदम बढ़ाने को तैयार है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि देश में जनवरी में टीकाकरण की शुरुआत हो सकती है। एक साक्षात्कार में केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘व्यक्तिगत तौर पर मेरा मानना है कि जनवरी में किसी भी समय हम देश की जनता को पहला टीका लगाने की स्थिति में होंगे। कोविड-19 के टीके और शोध के मामले में भारत किसी भी देश से पीछे नहीं है। वैक्सीन का सुरक्षित होना और प्रभावी होना हमारी प्राथमिकता में है। इस मामले में हम कोई समझौता नहीं चाहते हैं।’
इससे पहले, शनिवार को कोविड-19 पर मंत्रिसमूह की 22वीं बैठक में उन्होंने कहा था कि छह से सात महीने में हमारे पास करीब 30 करोड़ आबादी को टीका देने की क्षमता होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक प्रेस कांफ्रेंस ने कहा था, ‘छह वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल स्टेज में हैं। तीन वैक्सीन प्री-क्लीनिकल स्टेज में हैं। कुछ हफ्तों में इनमें से कुछ को लाइसेंस मिल सकता है।’ उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि टीकाकरण के बाद भी कोरोना से जुड़ी सतर्कता बरतनी होगी।
उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने कहा कि इस महामारी की वैक्सीन कोवैक्स की करीब 2 अरब खुराक की खरीदारी के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। संगठन का मकसद इस वैक्सीन को जरूरतमंद देशों में एक समान तरीके से उपलब्ध कराना है। संगठन की तरफ से उम्मीद जताई गई है कि मार्च 2021 तक इसको उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
महानिदेशक के मुताबिक, वैक्सीन को विभिन्न देशों में उपलब्ध कराने को लेकर भी खाका तैयार कर लिया गया है। इसमें पहले जिन देशों ने इसको लेने की इच्छा जताई है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर ये वैक्सीन मुहैया करवाई जाएगी।