कोटा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में नयापुरा चाैराहे काे हैरिटेज लुक देगा यूआईटी

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कोटा। अब अमृतसर शहर की तर्ज पर काेटा शहर की एंट्री भी हैरिटेज लुक में हाेगी। चंबल ब्रिज से नयापुरा चाैराहा सहित बृज टाॅकीज तक के पूरा क्षेत्र का जीर्णाेद्धार हाेगा। चाैराहे काे नया बनाने के साथ ही इसके अासपास के क्षेत्र में जितनी भी बिल्डिंग आ रही है, उनका फ्रंट एलिवेशन हेरिटेज लुक में दिखेगा। इस प्राेजेक्ट पर करीब 20 कराेड़ रुपए खर्च हाेंगे। ये काम स्मार्ट सिटी प्राेजेक्ट से हाेगा, जिसका जिम्मा यूआईटी काे साैंपा गया है।

जयपुर की तरफ से बस या अन्य वाहनाें से आने वाले लाेग जब चंबल ब्रिज पार कर नयापुरा पहुंचते हैं ताे उनका अनुभव अच्छा नहीं रहता है। इस एरिया में जाम और अतिक्रमण की समस्या है। वहीं यहां बनी बिल्डिंग भी जर्जर हाे चुकी हैं। काेटा की छवि सुधारने के लिए अब इस क्षेत्र का साैंदर्यीकरण किया जाएगा।

इसके तहत नयापुरा चाैराहे पर विवेकानंदजी की प्रतिमा भी बदली जाएगी। पुरानी प्रतिमा की जगह 15 फीट ऊंची नई प्रतिमा लगाई जाएगी। ये प्रतिमा 15 फीट के कलात्मक पैडलस्टैंड पर हाेगी। चाैराहे के आसपास की राेड खाेदकर यहां की ढलान काे समतल किया जाएगा।

इसके चाैराहे से बृज टाॅकीज तक और दूसरी तरफ पंकज हाेटल तक के क्षेत्र में जितनी भी बिल्डिंग हैं, सबका फ्रंट एलिवेशन नए सिरे से बनाया जाएगा। ये काम पूरा हाेने पर पूरा एरिया हैरिटेज लुक में हाेगा। इस कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अगले माह से काम शुरू होगा।

10 साल तक कंपनी ही करेगी चौराहे की देखरेख
इसके निर्माण के साथ शर्त जाेड़ी गई है कि चाैराहे से लेकर फ्रंट एलिवेशन तक का कार्य जाे भी कंपनी करेगी। उसे ही 10 साल तक इसके रखरखाव का जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी। इस दाैरान इनमें जाे भी टूट-फूट, रंगराेगन, लाइटिंग, चाैराहे का मेंटेंनेस अादि कार्य उस कंपनी द्वारा ही करवाया जाएगा।
जाम की समस्या दूर करने के लिए बनाया था नया पुल

पहले बस स्टैंड से लेकर नयापुरा विवेकानंद सर्किल तक की सड़क काफी संकरी थी। मुख़्य बस स्टैंड भी यहीं है, काेटा-जयपुर हाईवे भी यहीं से गुजरने के कारण यहां हमेशा जाम लगा रहता था। साथ ही एक्सीडेंट भी हाेते थे। करीब 10 साल पहले यहां के मकानाें, लाॅज और दुकानाें काे अधिग्रहित कर सड़क काे चाैड़ा किया गया था। करीब 3 साल पहले चंबल पर दूसरा पुल भी बनाया गया, जिससे जाम की समस्या काफी हद तक हल हाे गई है।