कोटा। शहर में मंगलवार को रिकॉर्ड 320 नए कोरोना पॉजिटिव आए। 29 अगस्त के बाद एक दिन में इतने मरीज कभी नहीं आए। 29 अगस्त काे शहर में 711 मरीज मिले थे, जाे अब तक की सर्वाधिक संख्या है।
वहीं, सहकारिता विभाग के उप रजिस्ट्रार समेत 7 लोगों की मौत हो गई। सरकारी रिपाेर्ट में सिर्फ 2 लाेगाें की माैत दर्शाई गई है। उप रजिस्ट्रार अजय सिंह पंवार (59) पिछले करीब 12 दिन से एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट थे। भर्ती होने के साथ ही उन्हें प्रोटोकॉल के हिसाब से रेमडेसिविर थैरेपी दी गई, लेकिन इससे कोई सुधार नहीं हुआ। दिनोंदिन उनकी स्थिति बिगड़ती गई और वे चेस्ट में संक्रमण की सबसे क्रिटिकल स्टेज सेप्सिस में चले गए। मंगलवार काे उन्हें प्लाज्मा थैरेपी देने का प्लान किया गया था, लेकिन शाम को अचानक सेचुरेशन गिरा और कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई।
लॉकडाउन के दाैरान वे प्रभावित क्षेत्रों में सामग्री वितरण, गेंहू खरीद सहित सामान्य व्यवस्थाओं में वे दिन रात लगे रहे। उनके निधन से कोटा के अधिकारियों में शोक की लहर है। उनकी पत्नी भी संक्रमित हैं, जो निजी हॉस्पिटल में एडमिट हैं। परिवार के अन्य सदस्य भी संक्रमित बताए गए हैं।
उनके अलावा प्रेमनगर तृतीय निवासी 75 साल की महिला, तलवंडी निवासी 74 साल के वृद्ध, केशवपुरा निवासी 65 साल की महिला, बारां निवासी 66 साल के पुरुष, केशवरायपाटन बूंदी निवासी 45 साल की महिला व तालेड़ा बूंदी निवासी 55 साल के पुरुष की मौत हुई है।
दो बड़े अफसर पॉजिटिव
राजस्व व नारकोटिक्स विभाग के दो बड़े अधिकारी भी संक्रमित मिले हैं। इनके परिवार के कुछ सदस्य भी संक्रमित हैं। विज्ञान नगर निवासी पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के बड़े पदाधिकारी का पूरा परिवार कोरोना पॉजिटिव मिला है। तलवंडी निवासी एक डॉक्टर दंपती, सकतपुरा व जयहिंद नगर निवासी चिकित्सक भी संक्रमित हो गए। इनके अलावा टीचर्स कॉलोनी में एक ही परिवार के सात व जैन मंदिर रोड जंक्शन स्थित मल्टी में रहने वाले एक ही परिवार के पांच सदस्य पॉजिटिव आए हैं।
मिलिट्री हॉस्पिटल, रेलवे की विभिन्न शाखाओं से कर्मचारी पॉजिटिव आए हैं। आईएमए के स्टेट वाइस प्रेसीडेंट डॉ. दुर्गाशंकर सैनी फिर से संक्रमित हो गए हैं। वे पहले करीब 12 दिन तक हॉस्पिटल में एडमिट रहकर आए थे और लंबा इलाज लेने के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया था। हालांकि तब वे आरटी पीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव नहीं थे, लेकिन सीटी स्कैन के हिसाब से उनका कोविड का इलाज हुआ था। दो-तीन दिन से बुखार हुआ तो सैंपल दिया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। उनकी मां को भी बुखार है, लेकिन उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।