नई दिल्ली । जीएसटी काउंसिल को हेलमेट से लेकर ग्रेनाइट स्लैब, हाइब्रिड गाड़ियों से लेकर नमकीन तक कई कमोडिटीज पर जीएसटी टैक्स दर में बदलाव करने की रिक्वेस्ट प्राप्त हो रही हैं। एक आधिकारिक सूत्र से मुताबिक वस्तु एवं सेवा कर की पॉलिसी बॉडी को करीब 133 चीजों पर टैक्स रेट में बदलाव करने की रिक्वेस्ट मिली हैं।
देशभर में एक जुलाई से लागू किए गए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत काउंसिल ने करीब 1200 वस्तुओं पर पांच, 12 फीसद, 18 फीसद और 28 फीसद के चार टैक्स स्लैब तय किए हैं। सूत्रों का मानना है कि कुछ लोग इन टैक्स ब्रैकिट से खुश नहीं है और इसमें बदलाव की मांग की है।
इनमें आईटी प्रोडक्ट्स पर 18 फीसद से 12 फीसद तक के टैक्स रेट की मांग की गई है। यह सेक्टर एक भारी संख्या में कुशल कामगारों को रोजगार देता है। वहीं आईटी हार्डवेयर के मोर्चे पर टैक्स दर 28 फीसद से 18 फीसद करने की मांग की जा रही है।
हेल्मेट पर 18 फीसद से 5 फीसद, टैक्सटाइल्स पर पांच से निल (शून्य), ट्रैक्टर्स पर 12 फीसद से पांच फीसद और ग्रेनाइट पर 28 फीसद की मौजूदा दर से 18 फीसद करने की मांग की जा रही है। वहीं, काउंसिल से नमकीन, भुजिया और आलू के चिप्स पर 12 फीसद की जगह पांच फीसद की जीएसटी दर का अनुरोध किया जा रहा है।
साथ ही मिठाइयों, कुल्फी, खजूर, इसबगोल और अन्य मिठाइयों जैसे कि पीनट चिक्की की टैक्स दरों पर भी कटौती की मांग की जा रही है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि छोटे पाउच में और 20 लीटर की रिफिल कैन में बेचे जाने वाले पानी पर भी टैक्स की दर को 18 फीसद से घटाकर निल (शून्य) जीएसटी दर की श्रेणी में लाया जाए।