जयपुर। इस दिवाली प्रदेश में पटाखे नहीं बिकेंगे। स्कूल भी 16 नवंबर तक बंद रहेंगे। राज्य सरकार का कहना है कि पटाखों के धुएं से कोरोना संक्रमितों व आम लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा को ध्यान में देखते हुए यह फैसला लिया गया है। सीएम गहलोेत ने पटाखों के विक्रय के अस्थायी लाइसेंस पर भी रोक लगाने के निर्देश दिए।
कहा कि शादी एवं अन्य समारोह में भी आतिशबाजी रोकी जाए। उन्होंने बिना फिटनेस के धुआं उगलने वाले वाहनों पर भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। गहलोत रविवार शाम को मुख्यमंत्री निवास पर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण की स्थिति, ‘नो मास्क-नो एंट्री’ और ‘शुद्ध के लिए युद्ध’अभियान की समीक्षा कर रहे थे।
जानिए पटाखे क्यों जानलेवा
दीपावली के बाद हवा में सल्फर डाई ऑक्साइड जैसे प्रदूषकों की मात्रा अचानक बढ़ जाती है, जो सांस, अस्थमा व दिल के मरीजों के लिए घातक है।
इन दिनों नमी बढ़ने लगी है व धूप भी हल्की रहती है। इससे प्रदूषित कण हल्के होकर अधिक ऊपर नहीं उठ पाते और प्रदूषण जानलेवा हो जाता है।
स्वीमिंग पूल, सिनेमाहॉल 30 नवंबर तक बंद रहेंगे
गृह विभाग के प्रमुख सचिव अभय कुमार ने बताया, स्कूल-काॅलेज सहित शिक्षण संस्थान एवं कोचिंग सेंटर्स 16 नवंबर तक शैक्षणिक गतिविधियों के लिए बंद रहेंगे।
स्वीमिंगपूल, सिनेमाहाॅल, मल्टीप्लेक्स, एन्टरटेनमेन्ट पार्क आदि पूर्व के आदेश के अनुरूप 30 नवंबर तक बंद रहेंगे।
- शादी समारोह में अतिथियों की अधिकतम सीमा 100 रहेगी।
- अन्तिम संस्कार में 20 व्यक्तियों की सीमा पूर्ववत लागू रहेगी।
- बंद हाॅल में हाॅल की क्षमता के 50% के साथ अधिकतम 200 लोगों तक अनुमत हो सकेंगे। कार्यक्रमों में मास्क पहनने, सोशल डिस्टेसिंग रखने आदि की पालना जरूरी।
- मिलावटखोरी को संज्ञेय अपराध बनाने के लिए कानून में संशोधन किया जाएगा।