नई दिल्ली/केवड़िया ।’राष्ट्रीय एकता दिवस’ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद का समर्थन करने वाले लोगों को आड़े हाथों लिया है। प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर फ्रांस की घटनाओं का जिक्र तो नहीं किया मगर कहा कि ‘जिस तरह कुछ लोग आतंकवाद के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं, वो आज वैश्विक चिंता का विषय है।’ उन्होंने कहा कि दुनिया के ‘सभी देशों की सरकारों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की बहुत ज्यादा जरूरत है।’ पीएम मोदी ने कहा कि ‘आतंकवाद-हिंसा से कभी भी, किसी का कल्याण नहीं हो सकता।’
पीएम मोदी ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद परेड में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘आत्मनिर्भर देश ही अपनी प्रगति के साथ साथ अपनी सुरक्षा के लिए भी आश्वस्त रह सकता है। इसलिए, आज देश रक्षा के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ रहा है। इतना ही नहीं, सीमाओं पर भी भारत की नजर और नजरिया अब बदल गए हैं।’ उन्होंने कहा, “आज भारत की भूमि पर नज़र गड़ाने वालों को मुंहतोड़ जवाब मिल रहा है। आज का भारत सीमाओं पर सैकड़ों किलोमीटर लंबी सड़कें बना रहा है, दर्जनों ब्रिज, अनेक सुरंगें बना रहा है।”
‘आतंकवाद का खुलकर समर्थन होना चिंता की बात’
प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर फ्रांस का जिक्र नहीं किया। लेकिन इशारों में उन्होंने ऐसी घटनाओं को सही ठहराने वालों को आड़े हाथों जरूर लिया। उन्होंने कहा, “बीते कुछ समय से दुनिया के अनेक देशों में जो हालात बने हैं, जिस तरह कुछ लोग आतंकवाद के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं, वो आज वैश्विक चिंता का विषय है। आज के माहौल में, दुनिया के सभी देशों को, सभी सरकारों को, सभी पंथों को, आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की बहुत ज्यादा जरूरत है। शांति-भाईचारा और परस्पर आदर का भाव ही मानवता की सच्ची पहचान है। आतंकवाद-हिंसा से कभी भी, किसी का कल्याण नहीं हो सकता।”
फ्रांस के राष्ट्रपति हैं प्रदर्शनकारियों के निशाने पर
मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने हिंसक घटनाओं के समर्थन में लिखा था कि मुस्लिमों को लाखों फ्रांसीसियों की हिंसा का अधिकार है। ट्विटर ने महातिर का यह ट्वीट हटा दिया था लेकिन वैश्विक स्तर पर इससे मिलती-जुलती कई प्रतिक्रियाएं सामने आईं। फ्रांस समेत यूरोप के कई देशों, यहां तक कि एशिया में भी कई जगह फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुल मैक्रों के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं।
भड़काने वालों से सतर्क रहें: पीएम
मोदी ने देश की सांस्कृतिक विविधता का जिक्र करते हुए जनता को सावधान किया कि भड़काने वाली ताकतों से सतर्क रहें। उन्होंने कहा, “हमारी विविधता ही हमारा अस्तित्व है। हम एक हैं तो असाधारण हैं। लेकिन साथियों, हमें ये भी याद रखना है कि भारत की ये एकता, ये ताकत दूसरों को खटकती भी रहती है। हमारी इस विविधता को ही वो हमारी कमजोरी बनाना चाहते हैं। ऐसी ताकतों को पहचानना जरूरी है, सतर्क रहने की जरूरत है।”