नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने घरेलू उत्पादन और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने रेफ्रिजिरेंट वाले स्प्लिट और अन्य एसी के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। गैर-जरूरी सामान के आयात में कमी लाने के उद्देश्य से प्रतिबंध लगाया है।
एसी के आयात पर प्रतिबंध को लेकर डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (डीजीएफटी) ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। नोटिफिकेशन के मुताबिक, अब एसी के आयात को फ्री कैटेगरी से प्रतिबंधित कैटेगरी में रखा गया है। सरकार इससे पहले टायर, टीवी सेट और अगरबत्ती के आयात पर प्रतिबंध लगा चुकी है।
5 बिलियन डॉलर का है एसी का घरेलू बाजार
देश में एसी का करीब 5 बिलियन डॉलर का बाजार है। इसमें आयात की बड़ी हिस्सेदारी है। वहीं, 85 से 100 फीसदी एसी कंपोनेंट की आपूर्ति भी आयात के जरिए होती है। एसी कंपोनेंट का बाजार करीब 2 बिलियन डॉलर का है। यही कारण है कि सरकार ने घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एसी पर प्रतिबंध का फैसला लिया है।
करीब 30 देशों से एसी का आयात करता है भारत
भारत में एसी का आयात चीन, थाइलैंड, मलेशिया और जापान समेत करीब 30 देशों से किया जाता है। इसमें चीन और थाइलैंड की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। करीब 300 कंपनियां एसी का आयात करती हैं।