जयपुर। कोरोना संक्रमण काल में जहां देश- प्रदेश में रोजगार के अवसर घट रहे हैं। वहीं राजस्थान में रोजगार से जुड़ी बड़ी खुशखबरी सामने आई है। दरअसल नीति आयोग और इंडिया अकाउंट्स की ओर से राजस्थान के संबंध में बड़ा खुलासा किया गया है। नीती आयोग और इंडिया अकाउंट्स के मानें, तो देश में 30,000 टन चांदी के भंडार के लिए, 98% जो राजस्थान में है।
यह जानकारी उन्होंने वेदांत रिसोर्सेज और हिंदुस्तान जिंक की ओर से आयोजित एक वेबिनार में दी। इस कार्यक्रम में सीएम गहलोत बतौर मुख्य अतिथि शामिल थे। इस वेबीनार में खनिज खनन से जुड़े कई विषयों पर बात हुई। इस दौरान सीएम गहलोत ने खुशी जताते हुए निवेशकों को इस क्षेत्र में कार्य करने के लिए आंमत्रित किया।
हम खनन क्षेत्र को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध
इस दौरान सीएम गहलोत ने अपना दृष्टिकोण साझा करते हुए कहा कि राजस्थान उद्योगों को बढ़ावा देने और प्रदेश की प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है। इस दौरान उन्होंने निवेशकों को इस क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए भी आंमत्रित किया। साथ ही सरकार की ओर से पूरा सहयोग देने का वादा किया। उन्होंने कहा कि राज्य में चांदी की अर्थव्यवस्था का विकास होगा। इसके लिए सरकार अपनी तरफ से हर संभव प्रयास करेगी।
सीएम ने दी खनन क्षेत्र की जानकारी
मुख्यमंत्री ने कहा राजस्थान राज्य में खनन पारिस्थितिकी तंत्र में सुधार के लिए राजस्थान स्टेट मिनरल एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट का गठन किया गया है। कुछ वर्ष पहले राजस्थान में हुई तेल और प्राकृतिक गैस की खोज के यह ट्रस्ट काम कर रहा था। वहीं अब इसके जरिए यदि चांदी के खनिज का खनन शुरू होता है, तो प्रदेश विकास के रास्ते पर तेज गति से आगे बढ़ सकेगा।
राजसमंद और उदयपुर में देश का 87 प्रतिशत चांदी
वेबीनार में सीएम गहलोत ने जानकारी दी कि देश का 87 प्रतिशत चांदी का भण्डार राजस्थान के उदयपुर और राजसमंद जिले में हैं। वहीं इस वेबीनार में नीति आयोग की ओर से आगामी दिनों में कोविड-19 महामारी को प्रकोप घटने पर राजस्थान में चांदी उत्खनन के विषय पर सेमिनार रखे जाने का प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। इसमें यह तय किया गया है कि नीति आयोग के इस सेमिनार में केन्द्र और राज्य मिलकर चांदी उत्खनन में इंडस्ट्री को होने वाली दिक्कतें, चुनौतियों और अन्य पहलूओं का समाधान निकालने की कोशिश करेगा।
कई देशों के व्यापारियों ने लिया हिस्सा
राजधानी जयपुर में वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर हुए इस वेबिनार में अधिक से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें पेरू, मैक्सिको, यूएसए, यूएई, तुर्की जैसे 10 देशों में व्यापारियों के प्रतिनिधि शामिल थे। साथ ही राज्य सरकार और उद्योग से जुड़े कई नामचीन बिजनेसमैन भी मौजूद रहे। वेबीनार में चांदी उद्योग उदारवादी अन्वेषण नीतियों के माध्यम से राज्य के विकास को लेकर भी विचार रखे गए।