जयपुर। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से रविवार को मेडिकल एंट्रेस टेस्ट नीट-2020 कराया गया। देश में 3863 सेंटर पर यह पेपर-पेन बेस्ड एग्जाम हुआ। स्टूडेंट्स काे कोरोना फ्री होने का सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म भरकर सेंटर पर दिया। राजस्थान में 269 सेंटर पर 1.08 लाख स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे। दोपहर 2 बजे शुरू हो गई जो शाम 5 बजे तक चली। जयपुर में 54 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे जहां 20 हजार 900 परीक्षार्थी एग्जाम देने के लिए पंजीकृत किया गया। जयपुर में कुछ सेंटर्स पर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हुई।
देशभर में नीट ऑफलाइन मोड पर हुई। इस परीक्षा के लिए करीब 15.97 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं परीक्षा में बैठे। कोरोना वायरस महामारी के चलते नीट आयोजित करने के लिए एनटीए पूर्ण सावधानी बरती । सोशल डिस्टेंसिंग के तहत परीक्षा हुई तथा तीन स्तर पर जांच तथा एग्जाम से करीब दो घंटे पहले प्रवेश देने के साथ अलग से मास्क भी दिया गया।
सभी का एंट्री टाइम अलग-अलग
विद्यार्थियों को परमिशन लेटर पर एंट्री टाइम अलग-अलग दिया हुआ था। कोरोना की वजह से परीक्षा केंद्रों पर चेकिंग और सैनिटाइजेशन में अधिक समय लगने के कारण उम्मीदवारों को परीक्षा शुरू होने से कम से कम एक घंटा पहले परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने के लिए कहा गया था। परीक्षा केंद्रों में प्रवेश करने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा गया।
घड़ी और ज्वैलरी नहीं ले जा पाए
सेंटर पर स्टूडेंट्स कोई इलेक्ट्रानिक गैजेट्स, घड़ी और ज्वैलरी नहीं ले जा पाए। पेरेंट्स सेंटर से 100 मीटर पहले स्टूडेंट को वाहन से छोड़कर चले गए। हर स्टूडेंट्स की सेंटर पर विडियोग्राफी भी गई। परीक्षा पूरी होने के बाद स्टूडेंट्स को एडमिट कार्ड और ओएमआर शीट इनविजिलेटर ने सौंपी।
हाथों को सैनिटाइज किया
स्टूडेंट्स केवल टेस्ट बुकलेट अपने साथ लाने की इजाजत थी। इनविजिलेटर ने प्रश्न-पत्रों अथवा उत्तर पुस्तिकाओं के वितरण से पहले अपने हाथों को सेनेटाइज तक किया। परीक्षार्थियों ने भी इन्हें प्राप्त करने या जमा करने से पहले अपने हाथों को सैनिटाइज किया।