नई दिल्ली। ऐमजॉन दिवाली से पहले देशभर में फूड रिटेलिंग बिजनस शुरू करने को तैयार है। कंपनी की योजना से वाकिफ सूत्रों ने यह जानकारी दी है। इस बिजनस में कंपनी अपनी सब्सिडियरी ऐमजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के जरिए कदम रखने जा रही है।
उसके बाद वह देश में एक प्राइवेट ग्रॉसरी ब्रांड भी बनाएगी, जैसा कि वह अमेरिका में पहले कर चुकी है। ऐमजॉन के फूड रिटेलिंग बिजनस प्लान पर सबकी नजर है क्योंकि इससे इस सेगमेंट में प्राइस वॉर शुरू होने के आसार हैं।
दरअसल, अमेरिकी कंपनी ग्राहकों को लुभाने के लिए आकर्षक कीमतों पर प्रॉडक्ट्स बेचने की रणनीति पर चलती आई है। ऐमजॉन को हाल में सरकार से ऑनलाइन और फिजिकल स्टोर्स के जरिये फूड और ग्रॉसरी बेचने और स्टोर करने की इजाजत मिली है।
कंपनी इस सेगमेंट में अगले पांच साल में 50 करोड़ डॉलर का निवेश करने का इरादा रखती है। इस वेंचर के तहत ऐमजॉन भारत में बने प्रॉडक्ट्स बेचेगी। वह बाहरी कंपनियों से खरीदकर और अपने ब्रांड के तहत ये सामान ग्राहकों को बेचेगी।
कंपनी अभी कुछ शहरों में ऐमजॉन पैंट्री के तहत थर्ड पार्टी सेलर्स के फूड प्रॉडक्ट्स ऑफर करती है। वह बिग बाजार और हाइपरसिटी जैसे रिटेलर्स के साथ समझौते के तहत ऐमजॉन नाउ ऐप के जरिये एक दिन में ग्रॉसरी की डिलीवरी का भी वादा करती है।
हालांकि, यह सर्विस कुछ ही शहरों में दी जा रही है। इस बारे में पूछने पर ऐमजॉन इंडिया के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘हम भविष्य की योजनाओं पर टिप्पणी नहीं करते।’
रिटेल कंसल्टेंसी फर्म थर्ड आईसाइट के सीईओ देवांग्शु दत्ता ने बताया, ‘कंपनियों को रिटेल बिजनस को इंटीग्रेटेड एक्टिविटी के तौर पर लेना होगा।
अगर आप कई कई प्रॉडक्ट्स बेच रहे हैं और मल्टी-ब्रांड कंपनी हैं तो आपको मल्टी-फॉर्मेट में मौजूद रहना होगा। ऐमजॉन भी आगे चलकर फिजिकल स्टोर्स खोल सकती है।’