कोटा। कोरोना से निपटने के लिए देश में तरह-तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं। राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा ने भी इस दिशा में पहल की है। आरटीयू के सहायक प्रोफेसर सुरेन्द्र गोदारा के मार्गदर्शन में बीटेक तृतीय वर्ष के विद्यार्थी अनीश सिंह ने टचलैस ऑटोमेटिक सेंसर युक्त सेनेटाइजर मशीन (Touchless Sanitizer Dispenser) का आविष्कार किया है।
छात्र अनीश सिंह ने मेहनत लगन से काम करके 8 दिनों में मशीन बनाकर अपनी तकनीकी कौशलता का परिचय दिया। इसमें 1289 रुपए का खर्चा आया। टचलेस सेनेटाइजर मशीन का डेमोस्ट्रेशन कुलपति प्रोफेसर आर.ए. गुप्ता ने देखा और तकनीकी पहलुओं को जांचा-परखा व सही पाया। मैकेनिकल डिपार्टमेंट के कार्यकारी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ब्रिजेश त्रिपाठी ने भी छात्र के इस प्रोजेक्ट की सराहना की।
ऐसे काम करती है मशीन
यह ऑटोमेटिक हैंड सेनेटाइजिंग डिस्पेंसर मशीन फोटो डायोड सेंसर के सिद्धांत पर कार्य करती है। इसमें जब कोई ऑब्जेक्ट डायोड की रेंज में आता है तो डायोड से लगा परिपथ स्विच ऑन हो जाता है। परिपथ में लगा सबमर्सिबल पम्प ऑपरेट होकर टैंक में रखे सेनेटाइजर को पाइप तथा नोजल के द्वारा ऑब्जेक्ट पर स्प्रे कर देता है।